नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। CBSE ने एक बार फिर से छात्रों को बड़ी राहत दी है। इसके साथ ही कॉलेजों की मनमानी पर रोक लगेगी। दरअसल केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने डीजी लॉकर (Digilocker) पर मार्कशीट कम पासिंग सर्टिफिकेट (marksheet cum passing certificate) और माइग्रेशन की प्रमाणिकता के संबंध में नोटिस जारी कर दिए हैं। जिसे बाद अब कॉलेज एडमिशन (College admission) के लिए छात्रों को परेशान नहीं कर पाएगी।
दरअसल कुछ विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों को माइग्रेशन सर्टिफिकेट की पेपर प्रिंट कॉपी जमा करने के लिए उन पर दबाव बनाया जा रहा है। जिसके बाद सीबीएसई ने नोटिस शेयर करते हुए कहा है कि अब डिजिटल दस्तवेज के साथ डिजी लॉकर में उपलब्ध डॉक्यूमेंट मार्कशीट और माइग्रेशन सर्टिफिकेट भी कानूनी रूप से मान्य किए जा सकेंगे।
इतना ही नहीं छात्रों की समस्या का समाधान करते हुए सीबीएसई ने कहा कि सभी उच्च शिक्षण संस्थान में मार्कशीट कम पासिंग सर्टिफिकेट, डिजिलॉकर पर उपलब्ध डॉक्यूमेंट और माइग्रेशन उच्च शिक्षण संस्थानों द्वारा स्वीकार किए जाएंगे। वहीँ अब दस्तावेज मान्यकरण पर नोटिस जारी करने के बाद छात्रों को बड़ी राहत मिलेगी।
सीएम से बातचीत के बाद मंत्री सिसोदिया का यू टर्न, बोले “ना शिकायत थी, ना है”
दरअसल 2021 में कॉलेज की मनमानी से 10,000 से अधिक छात्रों के दाखिले को रोक दिया गया था। कॉलेज द्वारा डीजी लॉकर के माइग्रेशन सर्टिफिकेट को मान्य करने से इंकार कर दिया गया था। जिसके बाद अब सीबीएसई के आदेश जारी करने के बाद डीजी लॉकर के माइग्रेशन सर्टिफिकेट की सुविधा से छात्रों का काम आसान हो जाएगा।
बोर्ड ने जानकारी दी है कि सीबीएसई जल्दी छात्रों को माईग्रेशन की कॉपी उपलब्ध करवाएगा। सीबीएसई की परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने बताया कि डिजिटल दस्तावेज डिजी लॉकर पर उपलब्ध कराए गए हैं। कुछ विश्वविद्यालय द्वारा माइग्रेशन सर्टिफिकेट के लिए प्रिंटेड कॉपी जमा करने का दबाव डाला जा रहा है जबकि डिजी लॉकर पर मार्कशीट कम पासिंग सर्टिफिकेट और माइग्रेशन उपलब्ध है। डिजिटल हस्ताक्षर वाले दस्तावेज भी प्रिंटेड दस्तावेज की तरह ही कानूनी रूप से मान्य है। इसलिए इसे स्वीकार किया जाना चाहिए।