Dearness Allowance Hike : सरकार का केंद्रीय कर्मचारियों को तोहफा, की महंगाई भत्ते में 4% की वृद्धि

सरकार द्वारा लिए गए फैसले की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि सरकार पर 12,869 करोड़ का बोझ बढ़ जाएगा। वहीं इसके साथ ही मकान किराया भत्ता में भी इजाफा होगा।

Shashank Baranwal
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Dearness Allowance Hike : केंद्र की मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले सरकारी कर्मचारियों और पेंशनधारियों को बड़ा तोहफा दिया है। दरअसल, गुरूवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में सरकार ने 4 फीसदी महंगाई भत्ते की इजाफे की मंजूरी दे दी है। वहीं कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़कर 50 फीसदी हो जाएगा। सरकार द्वारा लिए गए फैसले से 48.67 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 67.95 लाख पेंशनधारियों को लाभ मिलेगा। आपको बता दें इससे पहले महंगाई भत्ता 46 फीसदी था।

मकान किराया भत्ता में भी होगा इजाफा

सरकार द्वारा लिए गए फैसले की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि सरकार पर 12,869 करोड़ का बोझ बढ़ जाएगा। वहीं इसके साथ ही मकान किराया भत्ता में भी इजाफा होगा। आपको बता दें HRA के लिए शहरों को तीन श्रेणी X, Y, Z में बांटा गया है। वहीं अब से X श्रेणी के कर्मचारियों का HRA 30 फीसदी हो जाएगा। जबकि Y श्रेणी का HRA 20 फीसदी और Z श्रेणी का HRA 10 फीसदी तक बढ़ जाएगा। हालांकि अभी तक इन श्रेणियों के कर्मचारियों को 27, 18 और 9 फीसदी HRA मिल रहा है।

ग्रेच्युटी में भी होगा इजाफा

महंगाई भत्ता में इजाफा होने के बाद HRA के अलावा ग्रेच्युटी की सीमा में भी इजाफा होगा। सरकार के इस निर्णय के बाद ग्रेच्युटी 20 लाख रुपए से बढ़कर 25 लाख रुपए की हो जाएगी। इसके अलावा परिवहन भत्ता, बच्चों की शिक्षा का भत्ता में भी इजाफा होगा। वहीं सरकार का यह निर्णय जनवरी 2024 से लेकर जून 2024 तक के लिए लागू होगा।

अक्टूबर 2023 में भी हुआ था इजाफा

गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा इससे पहले अक्टूबर, 2023 में भी 4 फीसदी महंगाई भत्ते में इजाफा किया गया था। जो उस समय बढ़कर 46 फीसदी हो गया था।


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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