सीएम शिवराज ने अधिकारियों को दिए निर्देश- मिशन मोड में पूरा हो काम, 10 जिले में बनेंगे कलस्टर, किसानों को मिलेगा लाभ

Kashish Trivedi
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj) ने अधिकारियों के निर्देश दिए हैं। दरअसल मिशन मोड में (Mission mode) सभी विभागों की कार्य समीक्षा करते हुए सीएम शिवराज द्वारा विकास हित में बड़े आदेश और निर्देश दिए जा रहे हैं। इसी बीच एक जिला-एक उत्पाद योजना के तहत उड़ाने की फसल और उत्पादों की ब्रांडिंग और मार्केटिंग की गतिविधि मिशन मोड मैं की जाएगी। इसके लिए ससुराल में बड़े निर्देश दिए है। साथ ही प्रदेश में 364 खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित की गई है।

सीएम शिवराज ने कहा कि 1500 में खाद्य प्रसंस्करण इकाई लगाने के कार्यों के प्रयास को बढ़ाया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकसित 14 लाख 28 हजार मैट्रिक टन कोल्ड स्टोरेज क्षमता के विकास का कार्य पूरा हो चुका है। 25000 मीट्रिक टन क्षमता वाली लक्ष्य पूरा करने पर फोकस किया जाए।

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अन्य बड़े निर्देश देते हुए CM शिवराज ने कहा कि

  • उद्यानिकी विभाग के अल्पकालीन लक्ष्यों में माइक्रो इरिगेशन बढ़ाया जाए
  • किसानों के खेतों पर चैन लिंक फेंसिंग की जाए
  • नर्सरी गौशाला के कंजर्वेशन से जैविक बागवानी कृषि प्रशिक्षण प्रशिक्षण और उनकी फसल के कार्य को समय सीमा के अंदर पूरा किया जाए
  • वित्त वर्ष के अंत तक संभाग और विकासखंड स्तर पर कार्यालय, सह प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की जाए
  • मुरैना में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस प्रारंभ करने का कार्य तेजी से पूरा किया जाए

समीक्षा बैठक में शिवराज ने कहा कि फसलों की उत्पादकता में वृद्धि और विविधीकरण कृषि अधोसंरचना के विकास प्रमाणित जैविक उत्पादन में वृद्धि और अतिरिक्त रोजगार के लिए मत्स्य पालन, रेशम पालन विकास और मधुमक्खी पालन के कार्यों की गति बढ़ाई जाए। दरअसल इस साल सीहोर, ग्वालियर, मुरैना में इनक्यूबेशन सेंटर का भूमि पूजन किया जा रहा है। बेतूल शेडनेट निर्माण का क्लस्टर विकसित किया जा रहा है।

प्रदेश के 10 जिलों सहित भोपाल सीहोर उज्जैन रतलाम नीमच बड़वानी खंडवा खरगोन जबलपुर छिंदवाड़ा में ग्रीनहाउस कलस्टर विकसित किए जाएंगे। बैठक में जानकारी देते हुए बताया गया कि प्रदेश में किसानों को पान की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। बुंदेलखंड अंचल में सागर और छतरपुर जिले में किसान इसके लिए आगे आए हैं। अभी तक 520 हितग्राहियों को प्रति 29000 की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है।

मध्यप्रदेश में कृषि विविधीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है 2022 23 मई 13328 हेक्टेयर में क्षेत्र का विकास किया जाएगा जिसमें फल पौधारोपण सहित अन्य फलों की खेती 2000 से ही क्षेत्र में होगी।वहीं गत वर्ष की तुलना में फल के साथ पुष्प क्षेत्र और मसाले क्षेत्र का विस्तार 6.4 5% अधिक हुआ है। इसके साथ 137 उदानिकी नर्सरी को स्व सहायता समूह से पीपीपी मोड पर सुदृढ़ीकरण कर लिए चयनित किया गया है।


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