नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। विश्व में एक बार फिर से कोरोना के चौथा लहर (Corona Forth wave) की दस्तक की चर्चा शुरू हो गई है। कई जगह पर लॉकडाउन (Lockdown) की घोषणा कर दी गई है। इसके साथ ही एक सवाल जो सबके दिमाग में घूम रहे हैं कि क्या फिर से चौथी लहर तबाही का कारण बनेगी। आइए जानते हैं Deltacron सहित इस पर कुछ विशेष रिपोर्ट
ब्रिटेन के अलावा चीन में भी कोरोना महामारी (corona pandemic) की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। इन दिनों चीन में भयंकर तबाही का माहौल है। जानकारी के मुताबिक दक्षिणी चीन के टेक्नोलॉजी हब शेनझेन मे कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन लगा दिया गया है। जिसे आज शहर के करीबन 1 करोड़ 70 लाख लोगों को घरों में बंद कर दिया गया है।
चीन के तीन प्रमुख शहरों में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। चीन के जिले प्रांत की राजधानी चांगचुन में लोक डॉन लगाया गया है जिसे 10 लाख लोगों को इमरजेंसी अलर्ट पर रखा गया। इसके अलावा सैडॉग प्रांत के यूचेंग में भी लॉकडॉउन के आदेश दिए गए हैं। चीन में बड़ी संख्या में लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक हांगकांग में कोरोना के 27647 नए मामले की पुष्टि हुई है। इसके अलावा 87 और लोगों की जान जा चुकी है।
वही WHO ने भी कहा कि दक्षिण पूर्व एशिया, चीन, दक्षिण कोरिया और हांगकांग में कोरोना के बढ़ते मामले चिंताजनक है। शुक्रवार को हांगकांग में 10 लाख कोरोना संक्रमित मामले को पार कर लिया है। वहीं दक्षिण कोरिया में भी शुक्रवार को 6 लाख 21 हजार ने कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं। यूरोप में भी तेजी से मामले में वृद्धि देखी जा रही है वहीं फ्रांस में भी करुणा के मामले में तेजी देखने के साथ ही साथियों की और इटली में भी कोरोना मामले में 42% की वृद्धि दर्ज की गई।
वहीं WHO ने इसके लिए तीन कारण को जिम्मेदार माना है। जो निम्न है
- स्पाइक आंशिक रूप से अधिक permeable ओमाइक्रोन द्वारा संचालित किया जा रहा है:
- ओमाइक्रोन स्ट्रेन के एक ‘स्टील्थ’ सब-वेरिएंट का भी पता चला है और विशेषज्ञों का मानना है कि यह चीन में मामलों में वृद्धि के लिए भी जिम्मेदार हो सकता है।
- वेरिएंट BA.2 का आना चिंता का विषय है क्योंकि इसमें स्पाइक प्रोटीन में महत्वपूर्ण म्युटेशन गायब हैं। जिन्हें संक्रमण की पहचान करने के लिए तेजी से पीसीआर परीक्षणों के लिए आवश्यक माना जाता है।
- WHO ने कहा है कि बीए.2 के बारे में निष्कर्ष निकालना अभी भी जल्दबाजी होगी।
डेल्टा और ओमाइक्रोन दोनों के जीनों को मिलाकर नए कोरोनावायरस वेरिएंट डेल्टाक्रॉन (Deltacron) की पहचान की गई है, जो 2022 की शुरुआत से पूरे यूरोप में तेजी से बढ़ रहे हैं।
डेल्टाक्रॉन क्या है?
शोधकर्ताओं ने पिछले हफ्ते कहा कि कोरोनवायरस के हाइब्रिड संस्करण जो डेल्टा और ओमाइक्रोन वेरिएंट से जीन को जोड़ते हैं। जिसे “डेल्टाक्रॉन” कहा जाता है। पूरे यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका के रोगियों में पहचाना गया है। इसे आधिकारिक तौर पर एक नए वेरिएंट के रूप में पुष्टि की गई है।
फ़िलहाल बहुत कम मामलों की पुष्टि हुई है। यह जानना बहुत जल्द है कि क्या डेल्टाक्रॉन संक्रमण बहुत संक्रामक होगा या गंभीर बीमारी का कारण होगा। उनकी टीम ने फ्रांस में SARS-CoV-2 के एक संस्करण से संक्रमित तीन रोगियों का वर्णन किया जो एक डेल्टा संस्करण के “बॉडी” के साथ एक ओमाइक्रोन संस्करण से स्पाइक प्रोटीन को जोड़ती है। वहीँ यह पता लगाने के लिए अभी तक पर्याप्त डेटा नहीं है कि वैक्सीन इससे कितनी अच्छी तरह रक्षा करते हैं।
एनएचएस का कहना है कि सामान्य कोविड लक्षण हैं:
- उच्च तापमान
- नई, लगातार खांसी
- गंध या स्वाद की अपनी भावना में कमी या परिवर्तन (एनोस्मिया)
यह कहाँ पाया गया है?
वैज्ञानिकों के एक वैश्विक समुदायगिसैद ने कहा कि Varient की पहचान फ्रांस के कई क्षेत्रों में की गई है और ऐसा प्रतीत होता है कि यह वर्ष की शुरुआत से प्रसारित हो रहा है। एक समान वेरिएंट वाले जीनोम की पहचान डेनमार्क और नीदरलैंड में भी की गई है। वहीँ यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, अमेरिका में डेल्टाक्रॉन के पाए जाने की भी खबरें आई हैं, और यूके में लगभग 30 मामलों का पता चला है।
क्या लक्षण अलग हैं?
एनएचएस के अनुसार, डेल्टाक्रॉन के लक्षण सामान्य कोविड लक्षणों के समान हैं जो हमने अब तक महामारी में देखे हैं, लेकिन शोधकर्ता इसकी बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।