मेरठ, डेस्क रिपोर्ट। 8 महीने बाद हुई कार्यकारिणी की बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। सर्वसम्मति से कई प्रस्ताव पारित किए गए हैं। जिसमें आउटसोर्स कर्मचारियों (Outsource Employees) के मानदेय में वृद्धि (honorarium hike) सहित उन्हें बीमा का लाभ (Insurance benefit) दिए जाने के प्रस्ताव को पास किया गया है। इसके अलावा आउटसोर्स सफाई कर्मी भर्ती करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है।
दरअसल मेरठ निगम कार्यकारिणी की अहम बैठक में आउट सोर्स सफाई कर्मचारी के मानदेय में वृद्धि की घोषणा की गई है। आउटसोर्स सफाई कर्मचारी के मानदेय को बढ़ाकर 16500 रूपए करने का प्रस्ताव पास कर दिया गया है। इसके अलावा हेल्थ मैनुअल के मुताबिक आउट सोर्स सफाई कर्मचारी की भर्ती भी की जाएगी। इसके लिए भी प्रस्ताव पास कर दिया गया है। इतना ही नहीं सफाई कर्मियों को 5 लाख का स्वास्थ्य बीमा भी उपलब्ध कराया जाएगा जबकि उनके 25 लाख रुपए के जीवन बीमा प्रस्ताव को भी पास कर दिया गया है।
हालांकि कार्यकारिणी की आज की बैठक में ट्रेड लाइसेंस में वृद्धि के प्रस्ताव को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया है। साथ ही कार्यकारिणी उपाध्यक्ष रंजन शर्मा ने कहा कि बीवीजी कंपनी को जयपुर में पहले ब्लैक लिस्ट किया गया है। इसके अलावा बैठक में GIS सर्वे में गड़बड़ी का भी आरोप लगाए गए हैं। साथ ही गृहकर में भी वृद्धि को लेकर सदस्यों के बीच गड़बड़ी का मुद्दा उठाया गया है। दरअसल सदस्यों का मानना है कि मनमानी गृह कर बड़ा कर भेजे जा रहे हैं। इस पर महापौर सुनीता वर्मा ने भी संपत्तियों के GIS सर्वे में गड़बड़ी की बात कही है।
उन्होंने कहा कि आखिर 500 का गृह कर बढ़कर 50000 तक कैसे हो गया है। इसपर सुधार की बात कही गई है। इसके अलावा बैठक में पालतू कुत्तों के वार्षिक रजिस्ट्रेशन शुल्क के प्रस्ताव को भी पास कर दिया गया है। दरअसल पिटबुल कुत्ते के हमले की घटना को देखते हुए पार्टी कुत्तों के लाइसेंस शुल्क निर्धारित करने के लिए नियमावली तैयार की गई थी। जिस के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।