भोपाल डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश की सरकार नए साल में दो लाख रोजगार के सृजन करने जा रही है। मुख्यमंत्री ने बुधवार को प्रदेश के मंत्रियों एसीएस और प्रमुख सचिव के साथ बैठक में इसका रोडमैप तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को मंत्रालय में सभी मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक में यह बात कही। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को अलग-अलग टास्क दिये हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दो दिन मीटिग के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल आते ही सभी मंत्रियों ,एसीएस और प्रमुख सचिवों के साथ बैठक की। उन्होंने साफ कहा कि हमारे लिए न दिन है ना सवेेरा न रात। हमारा एकमात्र लक्ष्य मध्य प्रदेश को विकास के सोपान के नए लक्ष्यों पर ले जाना है।
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गुरुवार से मध्यप्रदेश में कोरोना वैक्सीन महाडोज का अभियान चल रहा है। सभी मंत्रियों से न केवल कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर रिपोर्ट मांगी गई बल्कि उसे और अधिक प्रभावी ढंग से करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं। सभी मंत्रियों से सभी आक्सीजन प्लांटों के दौरे करने की रिपोर्ट भी मुख्यमंत्री ने मांगी। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि हर सप्ताह वित्त मंत्री अब जीएसटी की बैठक लेंगे। कृषि में और अधिक विविधीकरण लाने के लिए कृषि मंत्री और हॉर्टिकल्चर मंत्री पूरी स्थिति पर नियंत्रण रखेंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश में ट्रेड प्रमोशन काउंसिल बनाने के निर्देश भी दिए हैं। यह मध्यप्रदेश से एक्सपोर्ट होने वाले सामान के बारे में काम करेगी। रोजगार के लिए भी मध्य प्रदेश में 1 से 2 लाख रोजगार देने के लिए जनवरी में पूरा मैप बन जाएगा। मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश की ग्रोथ रेट बढ़ाने के लिए रोड मैप बनाने व इसे 5 ट्रिलियन बनाने के लिए भी निर्देश दिए हैं। मोटे अनाज की पैदावार बढ़ाने और प्रधानमंत्री के गति कार्यक्रम को बढाने पर जोर दिया गया। मध्य प्रदेश के बड़े शहरों का मास्टर प्लान 1 महीने में तैयार करने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए हैं