IMD Alert : पश्चिम विक्षोभ-प्री मानसून से बदला मौसम, 24 राज्य में 28 मई तक बारिश का अलर्ट, 27 मई को केरल में मानसून की एंट्री

Kashish Trivedi
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। देश के मौसम (weather today) एक बार फिर से बदलाव देखने को मिलेगी। दरअसल IMD Alert के मुताबिक 22 राज्य में बारिश का दौर शुरू हो गया है। प्री मानसून (pre-monsoon)-पश्चिम विक्षोभ (western disturbance) के असर की वजह से कई राज्यों में गरज चमक के साथ बारिश की संभावना (rain alert) जताई गई है वहीं IMD Alert में आज से अधिक राज्यों में बारिश आशंका जताई गई है। इसके साथ ही अब किसी भी क्षेत्र में हीटवेव की चेतावनी जारी नहीं की गई है।

बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल के कई जिलों में लगातार बारिश का दौर जारी है। आए दिन कई जिलों में गरज चमक के साथ ओलावृष्टि और बारिश देखने को मिल रही है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने 28 मई तक इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया। इसके अलावा उत्तराखंड हिमाचल, जम्मू कश्मीर से लेकर लेह लद्दाख पर्वतीय राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी कर दिया गया।

बुधवार, 25 मई से भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले दो दिनों के लिए उत्तर पश्चिमी और पूर्वी भारत में बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। जिसमें जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अलग-अलग गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश की भविष्यवाणी की गई है। मंगलवार से उत्तर पश्चिमी भारत में पश्चिमी विक्षोभ की तीव्रता कम होने की संभावना है।

IMD ने अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण पश्चिम अरब सागर के कुछ हिस्सों, दक्षिणपूर्व अरब सागर के कुछ और क्षेत्रों, मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी और बंगाल की पूर्वोत्तर खाड़ी के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून की झलक दिखेगी। इस बीच, दिल्ली में 18 साल में मई में मंगलवार को सबसे ठंडा दिन रहा। बर्फबारी के कारण चार धाम यात्रा भी रद्द करनी पड़ी।

इसके साथ ही तापमान में लगातार पांच से 6 फीसद की गिरावट देखने को मिल रही है। केरल में जल्दी मानसून की दस्तक होगी। मानसून केरल में 27 मार्च तक एंट्री दे सकता है। हालांकि इसके बाद मानसून की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ सकती है। मौसम वैज्ञानिकों ने यह अनुमान जताया है। भारत की मुख्य भूमि से टकराने से पहले ऐसा लगता है कि मानसून ने अपनी भाप खो दी है।

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उतरी भारत की बात करें तो असम, मेघालय, मणिपुर, शिलांग, नागालैंड में बारिश बर्फबारी का दौर जारी रहेगा। जबकि केरल कर्नाटक तमिलनाडु सहित मुंबई के कुछ हिस्सों में बर्फबारी देखने को मिलेगी। केरल कर्नाटक में भारी बारिश से जीवन अस्त-व्यस्त बना हुआ है मुंबई के कुछ हिस्सों में आज बादल छाए रहेंगे। मध्य भारत की बात करें तो राजस्थान गुजरात हरियाणा नई दिल्ली सहित मध्य प्रदेश में मौसम में बदलाव देखने को मिल रहे हैं।

नई दिल्ली में कल बूंदाबादी के साथ तेज बारिश और हवा से जनजीवन खुशनुमा बना हुआ है जबकि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी बूंदाबांदी देखने को मिले। इसके साथ ही मध्य प्रदेश के कई जिलों में लगातार बारिश की संभावना जताई जा रही है। इधर छत्तीसगढ़ में भी बारिश का दौर जारी है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने केरल में लगभग 27 मई तक मानसून की शुरुआत का अनुमान लगाया था, जिसमें चार दिनों की प्लस या माइनस मॉडल त्रुटि थी। एक विशेषज्ञ ने कहा कि हालांकि केरल में इस साल की अनुमानित तारीख के आसपास शुरुआत हो सकती है, इसके बाद मानसून की प्रगति कुछ दिनों तक धीमी रहने की संभावना है। आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि केरल में मॉनसून की शुरुआत के बाद आगे की प्रगति धीमी हो सकती है।

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मंगलवार, 24 मई को, अधिकांश उत्तरी और पूर्वोत्तर राज्यों में बिजली के साथ भारी बारिश और गरज के साथ दूसरे दौर की बारिश हुई। IMD के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक इस क्षेत्र में लू चलने की संभावना नहीं है। IMD ने भविष्यवाणी की कि मंगलवार को तेज हवाएं और बारिश जारी रहेगी, “असम, मेघालय, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पूर्वी मध्य प्रदेश में बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।”

मौसम मॉडल से पता चलता है कि केरल में शुरू होने के बाद मानसून की धारा को दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। आमतौर पर, केरल और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर इसकी शुरुआत एक साथ होती है। हालांकि मानसून पूर्वानुमान के अनुसार केरल में दस्तक दे सकता है, लेकिन इसकी आगे की प्रगति में कुछ रुकावटें आ सकती हैं। IMD के अधिकारियों का मानना ​​था कि मानसून अक्सर वैकल्पिक मजबूत और कमजोर दालों में काम करता है। मौसम वैज्ञानिक ने कहा हमने हाल ही में एक मजबूत मानसून पल्स देखा है। एक कमजोर अब चल रहा है। अगले मानसून उछाल को स्थापित होने में कुछ समय लग सकता है।

IMD के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि मानसून की पहली मजबूत नब्ज अंडमान और निकोबार द्वीपों पर चक्रवाती तूफान आसनी के बाद शुरू होने के दौरान अनुभव की गई थी। अगली मजबूत पल्स को फिर से स्थापित होने में कुछ समय लगेगा। अधिकारी ने यह भी कहा कि हालांकि अगले कुछ दिनों में केरल में मानसून की शुरुआत हो सकती है, लेकिन यह मजबूत नहीं होगा।

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मौसम पूर्वानुमान विभाग, आईएमडी, के प्रमुख अनुपम कश्यपी ने बताया कि बंगाल की खाड़ी मानसून शाखा वर्तमान में अगले कुछ दिनों तक सक्रिय नहीं दिख रही है। यह विशेष रूप से दक्षिण मध्य और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी से संबंधित है। मॉडल संकेत देते हैं कि मानसून की अरब सागर शाखा 30-31 मई के आसपास सक्रिय हो सकती है, जिसके बाद बंगाल की खाड़ी की शाखा को भी मजबूत होना चाहिए। आने वाले दिनों में तस्वीर साफ हो जाएगी। केरल में मानसून की शुरुआत को नियंत्रित करने वाले मापदंडों को करीब से देख रहे हैं।

स्काईमेट वेदर सर्विसेज के अध्यक्ष जीपी शर्मा ने की माने पिछले हफ्ते दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई थी। हालाँकि, यह तीव्रता अनिश्चित काल तक जारी नहीं रह सकती है। तेज उछाल के बाद मानसून को धीमा होना है। हम अभी भी उम्मीद करते हैं कि केरल में शुरुआत की स्थिति इस महीने की अनुमानित तारीख के आसपास पूरी हो जाएगी। लेकिन केरल के ऊपर इसकी लैंडिंग धमाकेदार नहीं हो सकती है।


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