MP Weather Alert Today: पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के चलते 20 मार्च तक प्रदेश का मौसम बिगड़ा रहेगा। इस दौरान जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में आंधी के साथ बारिश तो रीवा, सागर, नर्मदापुरम एवं भोपाल संभाग के जिलों में बादल छाने के साथ कहीं-कहीं वर्षा की संभावना जताई गई है। जबलपुर, शहडोल, सागर संभाग के जिलों में ओले गिरने की भी आशंका है। इस बेमौसम बारिश से गेहूं, सरसों, चना जैसी फसलों को नुकसान हो सकता है।
4 दिनों तक बिगड़ा रहेगा मध्य प्रदेश का मौसम
एमपी मौसम विभाग के अनुसार अगले 4 दिनों तक डिंडोरी, छिंदवाड़ा, मंडला और पांढुर्णा जिलों में बारिश के साथ ओले भी गिरने की आशंका है। वही नर्मदापुरम, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर-उज्जैन संभाग में भी बादल छाए रह सकते है।इसके अलावा बालाघाट, मंडला, कटनी, डिंडोरी, अपूपपुर,जबलपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बैतूल, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, कटनी, उमरिया, शहडोल टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, मैहर, रीवा, नर्मदापुरम, रायसेन, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में भी बारिश बिजली का संभावना है।
रविवार से मंगलवार तक इन जिलों में बारिश की चेतावनी
- आज भोपाल, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में बादल छाने और जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में बारिश के साथ कहीं-कहीं ओले गिरने के आसार है। डिंडौरी, छिंदवाड़ा और मंडला जिले में ओले गिर सकते हैं। इस दौरान 40 से 50Km प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी और तेज हवा चलने का अनुमान भी है।
- सोमवार को पांढुर्णा, मंडला और डिंडोरी के साथ नर्मदापुरम, शहडोल और सागर संभाग के जिलों में रुक-रुककर बारिश का सिलसिला बना रहेगा।
- 19 मार्च मंगलवार को भी भोपाल, नर्मदापुरम, रीवा, जबलपुर और सागर संभाग के जिलों में तेज रफ्तार हवाओं के साथ रुक-रुककर बारिश हो सकती है, वही डिंडौरी, जबलपुर, पांढुर्ना, सिवनी और मंडला जिले में ओले गिरने की आशंका है।
क्या कहता है मौसम विभाग का पूर्वानुमान
वर्तमान में उत्तरी ओडिशा पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात को लेकर दक्षिणी छत्तीसगढ़ से होते हुए विदर्भ तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जिसके कारण दक्षिणी-पश्चिमी हवाओं के साथ अरब सागर से नमी आ रही है। इन सभी मौसम प्रणालियों के असर से अगले 4 दिनों तक जबलपुर, भोपाल, रीवा, सागर, शहडोल के साथ नर्मदापुरम संभाग के जिलों में बारिश और ओले वृष्टि होने की संभावना है। इस दौरान लगभग 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।