MP Board 10th 12th 2025 :मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल के 10वीं-12वीं के छात्रों की कॉपियों के मूल्यांकन का कार्य जारी है। 21 मार्च से दूसरे चरण का मूल्याकंन शुरू हो गया है और 31 मार्च से तीसरे चरण शुरू होगा ।अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक मूल्यांकन पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, ऐसे में अनुमान है कि मई के पहले सप्ताह में बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे घोषित किए जा सकते है।
कॉपियों के मूल्याकंन में इस बार सख्ती बरती जा रही है। 24 मार्च से सभी मूल्यांकनकर्ताओं को अब उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज करनी होगी। इसके लिए एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जो सभी समन्वयक केंद्रों के पास होगा।प्रत्येक मूल्यांकनकर्ता को आईडी से निकलने का समय भी ऑनलाइन दर्ज कराना होगा, जिसमें बताना होगा कि एक दिन में कितनी उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया। अगर किसी मूल्यांकनकर्ता ने ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कराई तो उसे उस दिन अनुपस्थित मान्य किया जाएगा।

कॉपी जांचने के लिए ऐसी रहेगी व्यवस्था
- इस बार एक शिक्षक एक दिन में अधिकतम 45 कॉपी ही जांच सकेंगे। पहले राउंड में उन्हें 30 कॉपी जांचने को मिलेगी, इसके बाद नियमानुसार 15 कॉपी दी जाएगी। कॉपी जांचने के लिए प्रति कॉपी 15 और 12वीं की कॉपी जांचने के 16 रुपए का भुगतान किया जायेगा।
- कॉपियों का मूल्यांकन मुख्य परीक्षक, उप मुख्य परीक्षक और परीक्षक स्तर पर किया जाएगा। अगर किसी परीक्षार्थी ने एक ही उत्तर को कई बार लिखा है, तो इसकी गणना एक ही बार की जाएगी।
- परीक्षक के कॉपी जांचने के बाद उप मुख्य परीक्षक आंसर शीट की दोबारा जांच करेंगे, जिसमें कोई त्रुटि की गुंजाइश न रह जाए. इसके बाद इसका परीक्षण मुख्य परीक्षक स्तर पर भी किया जाएगा।
- जिन छात्रों के 90 प्रतिशत से अधिक होंगे उनकी कॉपी दोबारा चेक करें।। इसे विषय शिक्षक के अलावा मुख्य परीक्षक और उप मुख्य परीक्षक भी चेक करें मेरिटोरियस स्टूडेंट की कॉपी की जांच फिर से होगी।
- सभी शिक्षकों को आंसर की उपलब्ध करवाई जाएगी वे इसका उपयोग अवश्य करें जिससे गलती न हो सके।मूल्यांकन के बाद शिक्षक दो से तीन बार नंबर की गणना करें जिससे गलती की गुंजाइश न के बराबर हो।
- अगर मूल्यांकनकर्ता द्वारा औसत मूल्यांकन किया गया होगा, तो उस पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की जाएगी।परीक्षक द्वारा ऑनलाइन भरे गए अंकों की जांच भी की जाएगी।
- अगर अंक भरने में गलती मिलेगी तो परीक्षक और उप मुख्य परीक्षक दोनों पर कार्रवाई होगी।अगर कॉपी चैकिंग में एक नंबर की गलती भी सामने आती है तो कॉपी जांचने वाले संबंधित शिक्षक पर 100 रुपए का जुर्माना लगाया जायेगा और इसके साथ ही उन्हें आगे कॉपियों की जांच के लिए ब्लैक लिस्ट भी किया जा सकता है।
इस बार ऐसी है एमपी बोर्ड में अंक योजना
- नए पैटर्न के मुताबिक , इस बार दो अंक के छोटे प्रश्नों की संख्या ज्यादा तो दीर्घउत्तरीय बड़े प्रश्नों की संख्या कम होंगी।
- वस्तुनिष्ट प्रश्न 30 अंक के होंगे 10वीं में प्रश्नपत्र 75 अंक और आंतरिक मूल्यांकन 25 अंक का होगा 12वीं का प्रैक्टिकल वाले विषयों का पेपर 70 अंक का और 20 अंक का आंतरिक मूल्यांकन होगा।
- नॉन प्रैक्टिकल वाले विषयों का पेपर 80 अंक का होगा।जो विषय प्रेक्टिकल वाले हैं उनकी परीक्षा 70 अंकों की होगी और प्रेक्टिकल मार्क्स 30 नम्बर के होंगे।