भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। RTO विभाग (RTO Department) के एक बैरियर (barrier) पर पदस्थ अधिकारी- कर्मचारियों की कारगुजारी विभाग की छवि पर बट्टा लगा रही है। दरअसल बुधवार को एक ,ट्रक ड्राइवर के साथ पिटाई के मामले में अधिकारी जिस तरह के बयान दे रहे हैं। अब उल्टे विभाग के ही गले पड़ गए हैं। बुधवार की दोपहर 12 बजे नीमच जिले के नयागांव बैरियर पर राजस्थान (rajasthan ) के ट्रक ड्राइवर राजू की RTO विभाग के कर्मचारियो द्वारा कथित पिटाई का मामला गरमा गया है। राजू का आरोप है कि पिटाई की वजह से उसका पैर टूट गया है और इसके प्रमाण उसने एमपीब्रेकिंग को अपनी अस्पताल की रिपोर्ट और एक्स-रे के रूप में भेजे हैं।
फिलहाल राजू चित्तौड़गढ़ के एक अस्पताल में अपना ऑपरेशन कराने के बाद घर पर है। वही राजू के साथ पिटाई की बात को आरटीओ के बैरियर प्रभारी अश्वनी खरे ने नए सिरे से नकार दिया है। उनका कहना है कि दरअसल राजू ने अपना ट्रक बैरियर पर आड़ा लगा दिया था जिसकी वजह से यातायात बाधित हो रहा था। जब उसे रोकने के लिए और ट्रक हटाने के लिए बैरियर के कर्मचारी गए तो राजू डर के भागा और गिर पड़ा, जिसके कारण उसका पैर टूट गया। अब सवाल यह है कि आखिरकार राजू ने ट्रक आड़ा क्यों लगाया और यदि ट्रक आड़ा लगाया तो आरटीओ के अधिकारी कर्मचारियों के कहने के बाद हटाया क्यों नहीं? यातायात कितनी देर बाधित हुआ? क्या इसकी रिपोर्ट आला अधिकारियों को भेजी गई ?
दरअसल बयान देते में अधिकारी यह भूल गए कि हर चेकपोस्ट नाके पर CCTV कैमरे लगे हैं और जब जांच की जाएगी तो CCTV कैमरे ही सारी कहानी बयां कर देंगे। अगर राजू ने वास्तव में ट्रक वाला लगाया तो फिर तो उसके ऊपर शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला बनता है। क्या यह मामला दर्ज कराया गया? यह भी एक सवाल है और यदि नहीं तो फिर राजू पर यह दरियादिली क्यों जिसने बैरियर पर अव्यवस्था फैलाई। फिलहाल पूरा मामला आला अधिकारियों और मंत्री की जानकारी में पहुंच चुका है और इसकी विस्तृत जांच होने की जा रही है।
क्या है मामला
यह मामला बुधवार का है जब दोपहर 12 बजे के करीब राजू नामक ट्रक ड्राइवर अपने ट्रक क्रमांक RJ 09 GC 9089 को लेकर बैरियर से गुजरा। राजू बिलासपुर से कोयला भरकर भीलवाड़ा जा रहा था। दोपहर 12 बजे के करीब बैरियर से गुजरते वक्त ट्रक को रोका गया और एंट्री के नाम पर 2000 रू की मांग की गई। जब राजू के द्वारा यह कहा गया कि उसके पूरे कागज कंप्लीट है, बावजूद इसके कर्मचारियों द्वारा अवैध वसूली के लिए दबाव बनाया गया और रुपए देने से मना करने पर वहां आरटीओ बैरियर के निजी कर्मचारियों ने घेर कर उसे लाठियों और डंडों से मारा। राजू के पैर में गंभीर चोट आई, जिसकी शिकायत उसने नयागांव पुलिस चौकी में की। लेकिन बावजूद इसके पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पीड़ित ने ज्ञापन देकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने और बैरियर पर हो रही अवैध वसूली को रोके जाने की मांग की