भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP) में Corona की दूसरी लहर बहुत भयानक रही है। जिसमें कई घर उजड़ गए थे। वहीं जिन परिवारों के बच्चे पूरी तरह से अनाथ हो गए थे। हालांकि इन अनाथ बच्चों के सर पर शिवराज सरकार (shivraj government) ने अपना हाथ रखा था। इसी बीच अब शिवराज सरकार ने ऐसे बच्चों की मदद के लिए अपना खजाना खोल दिया है।
मध्यप्रदेश में अब तक 2600 ऐसे बच्चे सामने आ चुके हैं। जिनके माता-पिता कोरोना संक्रमण (corona pandemic) की चपेट में अगर जिंदगी की जंग हार गए थे। वहीं केंद्र सरकार (Modi government) लगातार राज्य की मदद कर रही है। केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश को 2600 ऐसे बच्चों की मदद करने का लक्ष्य दिया गया है। अगर राज्य की बात करें तो शिवराज सरकार को भी तो 2.5 महीने में आर्थिक मदद की दरकार करने वाले 2 हजार से अधिक बच्चे मिल चुके हैं।
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वही इन दो हजार बच्चों को आर्थिक मदद भी दिए जाने की शुरुआत कर दी गई है। कोरोना से बच्चों के माता पिता की हुई निधन के बाद बच्चों को शिवराज सरकार आगामी 3 साल तक हर महीने 2000 का भुगतान करेगी। इसके साथ ही सभी प्रकरणों का परीक्षण करने के बाद आवश्यकता के हिसाब से उनकी मदद जारी रखी जाएगी।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री कोविड सहायता योजना के तहत प्रदेश भर के 26 बच्चों को लाभ देने का लक्ष्य तय किया गया है। वही योजना के तहत आना या पिता में से किसी एक की मृत्यु होने की आर्थिक संकट के कारण भरण पोषण की स्थिति ना होने पर बच्चों को आर्थिक मदद दी जाती है।
वही ढाई महीने में 2600 बच्चों का लक्ष्य पूरा होने के बाद अभी तक विभाग को राशि के इंतजाम करने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। जिसकी वजह से वित्त विभाग ने केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को पत्र लिखकर अतिरिक्त राशि की मांग की है।