भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में राज्य सरकार ने MP Students के लिए बड़ी तैयारी की है। दरअसल भोपाल इंदौर में सुपर 100 योजना (super 100 Scheme) की सफलता के बाद शासन द्वारा इसे पांच अन्य जिले में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू करने का निर्णय लिया गया है। वहीं योजना अगस्त से जबलपुर, उज्जैन, ग्वालियर और सागर में शुरू की जाएगी। 10वीं बोर्ड परीक्षा में पास हुए छात्रों को मेडिकल इंजीनियरिंग डिग्री (medical-engineering degree) के लिए तैयार किया जाता है।
बता दे 10वीं बोर्ड परीक्षा में पास हुए मेघावी छात्रों को मेडिकल, इंजीनियरिंग और CA प्रोफेशनल डिग्री कोर्स की तैयार करने के लिए शिक्षा विभाग (School Education) द्वारा सुपर हंड्रेड योजना (super 100 Scheme) की शुरुआत की गई थी। हालांकि पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पहले से भोपाल और इंदौर में संचालित किया गया था। जिसके बाद इसकी सफलता को देखते हुए इसे अन्य जिलों में लागू किया जा रहा है।
2012-13 में प्रदेश में सुपर हंड्रेड योजना की शुरुआत की गई थी जिसके तहत छात्रों को मेरिट लिस्ट में आने के बाद भोपाल में इंदौर में सबसे प्रसिद्ध सरकारी स्कूल में 11वीं और 12वीं में निशुल्क एडमिशन लिया जाता था। हालांकि अभी योजना में परीक्षा देनी होती है। उसके बाद परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को उसके पसंद की डिग्री से संबंधित कोचिंग कराई जाती है। इसके लिए सिर्फ 100 छात्रों का चयन किया जाता है।
वहीं राज्य शासन ने बड़ी तैयारी करते हुए कहा कि जबलपुर रीवा उज्जैन ग्वालियर सागर में इसकी शुरुआत की जाएगी। सुपर हंड्रेड योजना के तहत शहर के मॉडल में नया विकास जुड़ेगा। इस योजना में चयनित छात्र शहर के मॉडल स्कूल में प्रवेश पाएंगे। सुपर हंड्रेड योजना का लाभ लेने वाले छात्रों को आयोजित परीक्षा से गुजरना होगा। इस परीक्षा में 75 फीसद से ज्यादा अंक हासिल करने वाले सभी छात्र इसमें शामिल हो सकेंगे। जिसके लिए छात्रों का चयन स्कूल में निशुल्क एडमिशन के तौर पर किया जाएगा। 2 साल तक निशुल्क पढ़ाई के लिए प्रतियोगी परीक्षा की कोचिंग/ रहने खाने की व्यवस्था विभाग द्वारा की जाएगी।