भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP) में लापरवाह अधिकारी कर्मचारी पर करवाई का सिलसिला जारी है। कई कर्मचारी अधिकारी पर बर्खास्तगी, निलंबन (Suspend) सहित नोटिस (notice) की गाज गिरी है। वहीँ एक बड़ी कार्रवाई रायसेन जिले में की गई है। जहां उपार्जन केंद्र को समर्थन मूल्य खरीदी का कार्य किया जा रहा है। वहीं कलेक्टर द्वारा सहकारिता विभाग कृषि विभाग के अधिकारियों को मूंग खरीदी केंद्रों के निरीक्षण कर उपाय से संबंधित व्यवस्थाओं का जायजा लेने के निर्देश दिए गए हैं।
इसी बीच उपायुक्त सहकारिता द्वारा मूंग उपार्जन केंद्रों का निरीक्षण किया गया। जहां खरीदी केंद्र में वित्तीय अनियमितता पाए जाने पर उपायुक्त सहकारिता के निर्देश पर समिति के एपी सिंह द्वारा केंद्र प्रभारी चंद्रभान ठाकुर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा जिला विपणन अधिकारी भार्गव द्वारा सर्वेयर अनिल को बर्खास्त करने के लिए निर्देश दिए गए है।
वहीं एक अन्य कार्रवाई जबलपुर जिले में की गई है। जहां ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में बेशकीमती टंगस्टन रोड चोरी के मामले में फैक्ट्री प्रबंधक ने 3 लोगों को निलंबित किया है। तीनों कर्मचारी सुरक्षा विभाग के औद्योगिक कर्मचारियों द्वारा निलंबित कर्मचारियों में संतोष सिंह गौड़ के अलावा कमलनाथ कुरील और नरेश कुमार मीणा शामिल है।
एक अन्य कार्रवाई इंदौर जिले में की गई है। जहां सिमरोल में अतिक्रमण तोड़ने और पुलिस विवाद के चलते आत्मदाह करने वाले भंवर सिंह चौहान की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। ऐसे में ग्रामीणों द्वारा सड़क जाम कर दिया गया था। इस मामले में भंवरलाल के मृत्यु के बाद उनकी बेटी द्वारा जमीन के मालिक लेखराज पर हत्या के प्रयास की शिकायत दर्ज कराई गई थी। वहीं ग्रामीण एसपी विरदे ने सिमरोल थाने के एसआई बिहारीलाल सामले को जांच के बाद सस्पेंड कर दिया है।
एक कार्रवाई जबलपुर में की गई है। जहां बीजेपी नेता शशिकांत रेप के आरोप लगाने वाली महिला ने कहा है कि सरकारी नौकरी का झांसा देकर शशिकांत सोनी द्वारा उसे जबलपुर से भोपाल लाया गया। भोपाल में कार के अंदर जबरदस्ती उनसे रेप की गई है। महिला शादीशुदा है। वहीं पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। साथ ही बीजेपी ने आरोपी नेता को 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है।
एक अन्य कार्रवाई उज्जैन जिले में की गई है। जहां सरकारी स्कूल में वितरित की जाने वाली किताब को कबाड़ में बेचने के मामले में शुक्रवार को कलेक्टर आशीष सिंह ने महिदपुर बीआरसी रमेशचंद्र देवड़ा और बीएसी विक्रम सिंह सिसोदिया को निलंबित। जिला शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा को भी कारण बताओ सूचना पत्र जारी करते हुए उनसे जवाब मांगा गया है। महिदपुर बीआरसी कार्यालय पर संविदा पर कार्यरत लेखापाल कल्पना लकड़ा को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
एक अन्य बड़ी कार्रवाई राजगढ़ में की गई है। जहां पिछले 5 वर्षों में जमकर वित्तीय अनियमितता देखने को मिला है। जिला पंचायत द्वारा स्वीकृत विभिन्न निर्माण कार्यों में संबंधित राशि आहरण के बावजूद कार्य नहीं कराए जाने पर कलेक्टर हर्ष दीक्षित के अनुमोदन के बाद जिला पंचायत राजगढ़ द्वारा जिले के 21 सचिव को निलंबित किया गया है।
जिन पंचायत सचिवों को निलंबित किया गया। उसमें साथ अकेले सारंगपुर के 7 हैं। इसके अलावा राजगढ़ के दो, ब्यावरा के छह, खिलचीपुर के तीन, नरसिंहगढ़ के तीन सचिव शामिल है। जिन पर कार्रवाई हुई है। उसमें मदन लाल चौहान के अलावा कमल किशोर शर्मा, पीरुलाल कटारिया, दिनेश परमार, देवकीनंदन शर्मा, सूरज सिंह, रामचरण जाट, रामदयाल पीपलोटिया, राम बाबू प्रजापति, सीताराम दांगी, मोहन सिंह, लक्ष्मण गिर सहित कई शामिल है।
ग्वालियर में बड़ी कार्रवाई की जाएगी। दरअसल प्रदेश की 1296 कंपनी एक साथ बंद होने वाली है। इन कंपनियों द्वारा साल भर पहले कंपनी रजिस्टर के पास पंजीकरण कराया गया था लेकिन आज तक इन कंपनियों में कार्य शुरू नहीं किया गया है। जिसके कारण इन कंपनियों को एक साथ बंद करने के नोटिस जारी किए गए हैं।कंपनियों के डायरेक्टर को 30 दिन का समय दिया गया है। जिसमें वह फैसले के खिलाफ अपील कर सकते हैं। यदि फैसले के खिलाफ कोई अपील नहीं करता है तो कंपनी बंद होने के साथ ही उनके रजिस्ट्रेशन भी रद्द कर दिए जाएंगे।