MP Weather Update: दिवाली से पहले मध्य प्रदेश के मौसम में बदलाव का दौर जारी है। एक तरफ पूर्वी हवाओं ने ठंड को रोक दिया है लेकिन सुबह और रात में हल्की ठंडक बनी हुई है। दूसरी तरफ मानसून के जाने के बाद बंगाल की खाड़ी से नमी आने के कारण दक्षिणी हिस्से में बादल छाए हुए और कहीं-कहीं हल्की बारिश हो रही है। शुक्रवार-शनिवार को जबलपुर, नर्मदापुरम, उज्जैन एवं इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश की संभावना जताई गई है। पिछले 24 घंटे में सबसे कम 16 डिग्री सेल्सियस तापमान खंडवा और दिन का सबसे अधिक 34.2 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में दर्ज किया गया। इस दौरान छिंदवाड़ा में 13 मिलीमीटर बारिश हुई।
मध्य प्रदेश मौसम विभाग ताजा पूर्वानुमान
दक्षिण-पश्चिम मानसून आज, 16 अक्टूबर 2025 को पूरे देश से वापस लौट गया है। साथ ही, उत्तर-पूर्व मानसूनी वर्षा गतिविधि तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और केरल-माहे क्षेत्र में प्रारंभ हो गई है। दक्षिण-पूर्व अरब सागर और उससे सटे लक्षद्वीप क्षेत्र की ऊपरी हवा में चक्रवातीय परिसंचरण विद्यमान है, जो समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर की ऊँचाई तक फैला हुआ है और ऊँचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। इसके प्रभाव से 19 अक्टूबर 2025 के आसपास केरल-कर्नाटक तटों के समीप दक्षिण-पूर्व अरब सागर और लक्षद्वीप क्षेत्र के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। हवाओं का रुख पूर्वी होने औरबंगाल की खाड़ी से नमी मिलने के कारण से प्रदेश के अधिकतर जिलों में बादल छाए हुए हैं और कहीं-कहीं हल्की बारिश हो रही है।फिलहाल तीन-चार दिन तक मौसम का मिजाज ऐसा ही बने रहने की संभावना है। बढ़ गई है। शुक्रवार-शनिवार को जबलपुर, नर्मदापुरम, उज्जैन, इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है।
मध्य प्रदेश: शुक्रवार शनिवार को इन जिलों में बारिश
इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, आगर मालवा, देवास, मंदसौर, नीमच, रतलाम, शाजापुर, उज्जैन, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला और डिंडौरी में बूंदाबांदी या हल्की बारिश होने के आसार है।
Madhya Pradesh: 1 जून से 16 अक्टूबर तक कहां कितनी हुई वर्षा
- मध्य प्रदेश में अब तक 48 इंच बारिश हो चुकी है। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37.2 इंच है। इस बार मानसूनी सीजन में 121 प्रतिशत बारिश हुई है यानि अनुमान से 15 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। पिछले मानसूनी सीजन में औसत 44 इंच बारिश हुई थी।
- गुना में सबसे ज्यादा 65.6 इंच बारिश हुई। मंडला-रायसेन में 62 इंच और श्योपुर-अशोकनगर में 56 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। हालांकि शाजापुर, खरगोन, खंडवा, बड़वानी और धार में सबसे कम बारिश हुई।
- इंदौर संभाग में सामान्य बारिश का लक्ष्य पूरा हो गया। हालांकि उज्जैन में कोटा पूरा नहीं हो पाया । सागर, रीवा, जबलपुर और शहडोल संभागों में मानसून का जोरदार असर रहा। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र संभाग में औसत से ज्यादा बारिश हुई।
- ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, दतिया और श्योपुर में कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है। भोपाल, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, अलीराजपुर, बड़वानी, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, सतना और उमरिया में बारिश का कोटा फुल हो चुका है।
MP Weather Forecast Till 20 October






