भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। अलग अलग सिस्टम के एक्टिव और मध्य प्रदेश में मौसम (MP Weather Update) के बदलने से पिछले 3-4 दिनों से झमाझम का दौर जारी है। पिछले 24 घंटों में एक दर्जन से ज्यादा जिलों में तेज बारिश हुई, जिसके चलते एक बार फिर नदियों और तालाबों का जलस्तर बढ़ गया है। एमपी मौसम विभाग (MP Meteorological Department) ने अगले 24 घंटों में 17 जिलों में भारी से अति भारी बारिश (Heavy rain) की चेतावनी जारी की है। इसके लिए एक साथ ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है। वही 3 संभागों में बिजली चमकने और गिरने के साथ तेज हवाओं के चलने के भी आसार है।
मौसम विभाग (MP Weather alert) ने आज शनिवार को सभी संभागों होशंगाबाद, ग्वालियर-चंबल, उज्जैन, भोपाल, शहडोल, जबलपुर, इंदौर, सागर और रीवा में बारिश की संभावना जताई है। वही 4 जिलों में अति भारी बारिश की संभावना के चलते ऑरेंज अलर्ट और 13 जिलों में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभागों में बिजली चमकने और गिरने के लिए भी येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से बड़े पैमाने पर नमी के चलते प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश हो रही है। आगामी 3-4 दिनों तक मौसम के ऐसे ही बने रहने के आसार है।पिछले 24 घंटे में 1 दर्जन से ज्यादा जिलों में बारिश हुई है। उज्जैन में शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ गया है और रामघाट के कई मंदिर भी डूब गए है। वही देवास के हाटपिपलिया में तेज बारिश से कालीसिंध नदी लगभग 8 घंटे उफान पर रही, जिसके कारण हाटपीपल्या-टप्पा मार्ग 8 घंटे बंद रहा। इस दौरान लगभग 40 गांवों का सम्पर्क हाटपिपल्या से बंद रहा।
भारतीय मौसम विभाग (Weather Cloud Forecast) की मानें तो हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और दिल्ली में 23 अगस्त तक मध्यम और कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है।हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश में 20- 21 अगस्त और बिहार के कुछ स्थानों पर 20- 22 अगस्त को भारी बारिश के आसार है। वहीं यूपी, हरियाणा, पंजाब सहित देश के कई राज्यों के लिए मौसम विभाग की तरफ से अलर्ट जारी किया गया है।
क्या कहता है मौसम विभाग
मौसम विभाग (MP Weather Cloud) ने बताया कि वर्तमान में तमिलनाडु, पूर्वोत्तर राजस्थान, पश्चिमोत्तर मध्य प्रदेश और विदर्भ-मराठवाड़ा क्षेत्रों के ऊपर चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय हैं। मॉनसून ट्रफ (Monsoon Trough) बीकानेर, सवाई माधोपुर, टीकमगढ़, सीधी, जमशेदपुर और बालासोर से होते हुए पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। मराठवाड़ा और विदर्भ से लेकर पूर्व-मध्य अरब सागर तक एक ट्रफ लाइन गुजर रही है तथा पूर्वोत्तर राजस्थान से मध्य प्रदेश, विदर्भ-तेलंगाना-रायलसीमा से होते हुए तमिलनाडु तक भी अन्य ट्रफ लाइन गुजर रही है। वहीं पश्चिमी विक्षोभ (WD) ऊपरी क्षोभमंडल की पछुवा पवनों के बीच एक ट्रफ के रूप 68 डिग्री पूर्व देशांतर के सहारे 28 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में अवस्थित है। अपतटीय ट्रफ दक्षिण-पश्चिमी भारतीय तट के समांतर विस्तृत है।
पिछले 24 घंटों में सतना में 54.5, इंदौर में 48.6, खंडवा में 47, शाजापुर में 45, खजुराहो में 41.8, सागर में 39.6, उज्जैन एवं दतिया में 26.6, उमरिया में 24.8, भोपाल (शहर) में 24.0, गुना में 15.8, नौगांव में 13.4, ग्वालियर में 13.3, धार में 12.2, रतलाम में 13, श्योपुरकलां में 10, भोपाल (एयरपोर्ट) में 7.6, रीवा में 7.4, खरगोन में 5.4, सीधी में 4.6, छिंदवाड़ा में 2.2, होशंगाबाद में 2, जबलपुर में 1.3, मंडला में 1, बैतूल में 0.7, मलाजखंड में 0.6 मिलीमीटर बरसात हुई।
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(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)