उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में फिर से मौसम (MP Weather) के बदलने का दौर शुरू हो गया है। दरअसल 2 दिन से लगातार हो रही बारिश से मध्यप्रदेश में एक बार फिर से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बता दें कि इससे पहले बीते दिनों मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल संभाग में आई बाढ़ से कई अधोसंरचना है तबाह हो गई थी।
MP Weather में बदले रुख के बाद अब दोबारा हो रही बारिश से सड़क लबालब भर गए हैं। वहीं कई मंदिर पानी में डूब गए हैं जबकि पुल टूट जाने से कई गांवों का संपर्क टूट गया है। शुक्रवार रात उज्जैन शहर अंचल में 26 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है जिसके बाद शिप्रा नदी में तीसरी बार उफान देखा जा रहा है
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वहीं कई इलाकों में पानी भर आया है। जबकि मंदिर परिसर पानी में डूब गए हैं। राजस्व विभाग की भू अभिलेख शाखा के मुताबिक उज्जैन में 32, खाचरोद में 13, नागदा में 23, वर्डनगर में 17 और महिदपुर में 18 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है।
इसके अलावा तेज बारिश के कारण देवास से गांव नापाखेड़ी देवास बनी पुलिया टूट गई है। जिससे नापाखेड़ी गांव से देवास का संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। वही रामघाट के के मंदिर के साथ-साथ हाटपिपलिया में तेज बारिश से सिंध नदी उफान पर है। जिसके कारण हाटपिपलिया से 40 गांव का संपर्क 8 घंटे तक के लिए बंद किया गया था।
वही मंडला जिले के घुघरी पंचायत क्षेत्र के बरवानी गांव में बांध बनाया गया था। जिसमें दरार आ गई है। वहीं पानी के रिसाव की वजह से प्रशासन और SDERF की टीम मौके पर रवाना हो गई है। प्रशासनिक अधिकारी के साथ कलेक्टर हर्षिका सिंह भी मौके पर पहुंच गई है। वही बांध टूटने की आशंका से प्रशासन अलर्ट हो गया है। प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंच गई है, बांध में भरे पानी को निकालने का प्रयास शुरू किया जा चुका है ताकि बांध को टूटने से बचाया जा सके। इसी बीच बांध के नीचे एक गांव है जिसके ग्रामीण बांध फूटने की आशंका से डरे हुए हैं।