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Mon, Dec 15, 2025

मध्य प्रदेश मौसम : मंगलवार को एक्टिव होगा नया सिस्टम, आज 17 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, जानें IMD ताजा अपडेट

Written by:Pooja Khodani
मंगलवार को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है जिससे बारिश की गतिविधियों में तेजी आने का अनुमान है।
मध्य प्रदेश मौसम : मंगलवार को एक्टिव होगा नया सिस्टम, आज 17 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, जानें  IMD ताजा अपडेट

मानसून की सक्रियता और अलग अलग स्थानों पर बने स्ट्रांग वेदर सिस्टम के चलते 4-5 सितंबर तक मध्य प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा।आज सोमवार को 17 जिलों में भारी बारिश, झंझावत और वज्रपात का यलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां अगले 24 घंटे में ढाई से साढ़े 4 इंच तक पानी गिर सकता है। 2 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में एक नया वेदर सिस्टम एक्टिव होगा जिसके असर से इंदौर उज्जैन संभाग में बारिश की गतिविधियों में तेजी आएगी। अब तक 37.1 इंच बारिश हो चुकी है।प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है।

2 सितंबर को बनेगा नया वेदर सिस्टम

  • वर्तमान में मानसून ट्रफ़ माध्य समुद्र तल पर बीकानेर, अजमेर, गुना, दमोह, रायपुर, पुरी से होकर पूर्व-दक्षिण-पूर्व की ओर मध्य बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है।मानसून की द्रोणिका उपरोक्त अंतर्निहित चक्रवाती परिसंचरणों से गुजरते हुए 0.9 किमी तक फैली हुई है।
  • एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश और निकटवर्ती क्षेत्रों में माध्य समुद्र तल से 0.9 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण राजस्थान के मध्य भागों पर सक्रिय है और औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
  • पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवातीय परिसंचरण के रूप में उत्तरी पाकिस्तान और संलग्न पंजाब पर माध्य समुद्र तल से 1.5 और 5.8 किमी की ऊंचाई के मध्य विस्तृत है। पश्चिम बंगाल-ओडिशा तटों से दूर उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर औसत समुद्र तल से 1.5 और 5.8 किमी ऊपर ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण बना हुआ है जो ऊँचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। मंगलवार के आसपास उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।

4 सितंबर तक जारी रहेगा वर्षा का दौर

  • 1 सितंबर : सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, इंदौर, उज्जैन, देवास, अनुपपुर, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पांढुर्णा में भारी वर्षा, झंझावत और वज्रपात। भोपाल, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना,अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर में झंझावत और वज्रपात।
  • 2 सितंबर : सिहोर, राजगढ़, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा में भारी वर्षा, झंझावत और वज्रपात। भोपाल, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर में झंझावत और वज्रपात।
  • 3 सितंबर : सिहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, छिंदवाड़ा, सिवनी, पांढुर्णा में भारी वर्षा, झंझावत और वज्रपात। भोपाल, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर में झंझावत और वज्रपात
  • 4 सितंबर : बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, पांढुर्णा में भारी वर्षा, झंझावत और वज्रपात ।भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, हरदा, झाबुआ, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, मंडला, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर में झंझावत और वज्रपात।

Madhya Pradesh: 1 जून से 31 अगस्त तक कहां कितनी हुई वर्षा

  • मध्य प्रदेश में दीर्घावधि औसत से 21% अधिक वर्षा हुई है। पूर्वी मध्य प्रदेश में औसत से 20% और पश्चिमी मध्य प्रदेश 21% अधिक वर्षा हुई है।
  • अब तक 37.1 इंच बारिश हो चुकी है। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है। इस बार गुना मंडला में सबसे ज्यादा 55.4 इंच बारिश हुई है।
  • श्योपुर में साढ़े 51 इंच, अशोकनगर में 51.1 इंच और रायसेन में 50.5 इंच पानी गिरा है। सबसे कम बारिश वाले 5 जिले इंदौर और उज्जैन संभाग के हैं। शाजापुर में भी सबसे कम 21 इंच बारिश हुई है।

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