भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जाम बोर्ड (Madhya Pradesh Professional Exam Board) द्वारा छात्रों के हित में बड़ा निर्णय लिया गया है। कृषि अधिकारी परीक्षा घोटाला पेपर लीक मामले में MPPEB ने बड़ी कार्रवाई की है। दरअसल MPPEB कृषि अधिकारी परीक्षा घोटाला में पेपर लीक करने वाली एजेंसी को टर्मिनेट कर दिया गया है।
दरअसल मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड की तरफ से जानकारी दी गई है कि कृषि अधिकारी भर्ती परीक्षा के अलावा पैरामेडिकल नर्स भर्ती परीक्षा में भी पेपर leak की घटना सामने आ चुकी है। जिसकी जिम्मेदार परीक्षा एजेंसी NSEIT लिमिटेड पर बड़ी कार्रवाई की गई है।
MPPEB की परीक्षा में लगातार हो रही गड़बड़ी को लेकर हुए छात्रों द्वारा परीक्षा परिणाम तैयार करने वाली एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। जिस पर अब MPPEB ने बड़ा फैसला लिया है। MPPEB ने कृषि विकास अधिकारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी पाए जाने और पेपर लीक के मामले में NSEIT लिमिटेड की सेवाएं निरस्त कर दी है।
इस मामले में MPSEDC की कार्रवाई के बाद MPPEB द्वारा यह कदम उठाया गया है। दरअसल MPSEDC द्वारा सरकार को मामले की जांच के आदेश मिलने के बाद Investigation रिपोर्ट तैयार की गई थी। जिसके मुताबिक 11 फरवरी 2021 को आयोजित होने वाली परीक्षा के प्रश्न पत्र 10 फरवरी को भी कंट्रोलर की आईडी पासवर्ड परीक्षा शाखा के कॉन्फिडेंशल रूम के बाहर डाउनलोड किया गया था। जिसे एक गंभीर अपराध माना गया है। इसके साथ ही गोपनीयता को भंग करने के आरोप में NSEIT लिमिटेड की सेवा निरस्त की गई है। इस मामले में एक अन्य रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पैरामेडिकल नर्सिंग भर्ती परीक्षा में परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र का पूरा सेट डाउनलोड किया गया था।
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इस मामले में कार्रवाई तब शुरू हुई जब कृषि विस्तार और कृषि विकास अधिकारी की भर्ती परीक्षा में एक परीक्षा केंद्र के कुछ परीक्षार्थियों को समान अंक दिया गया था। जिस पर विवाद शुरू हो गया था। वहीं छात्रों ने इस मामले को गंभीरता से उठाते हुए परीक्षा परिणाम तैयार करने वाले एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर दी थी।
दरअसल 10-11 फरवरी 2021 को आयोजित हुई प्रवेश परीक्षा में टॉप 10 स्थान पर काबिज उम्मीदवारों को सामान्य ज्ञान की परीक्षा में ना के बराबर दिए गए थे। इसके अलावा छात्रों की जाति, कॉलेज और एकेडमिक प्रदर्शन भी एक जैसे थे। जिसके बाद सवाल उठने लगे थे कि क्या एमपीपीईबी की परीक्षा में एक अन्य तरह की धांधली हुई है। इस मामले में राज्य सरकार की तरफ से mppeb को जांच के आदेश दिए गए थे। जिस पर अब परीक्षा आयोजित और परिणाम तैयार करने वाले एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई की गई है।