राजगढ़, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के राजगढ़ जिले (Rajgarh District) कलेक्टर द्वारा लगातार लापरवाही पर कार्रवाई की जा रही है। अब राजगढ़ कलेक्टर नीरज कुमार सिंह (Rajgarh Collector Neeraj Kumar Singh) जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जिले में चल रहें कोरोना संभावित रोगियों की पहचान करने घर-घर सर्वे कार्य में लगाए गये में यदि संबंधित वार्ड प्रभारी मौके पर नहीं मिलें तो उन्हें निलंबित (Suspended) किया जाए।
इतना ही नहीं कोविड-19 के मद्देनजर आयोजित समीक्षा बैठक कलेक्टर ने साफ कहा कि विभागीय जांच कराई जाकर सेवा से बर्खास्त करने की भी कार्रवाई की जाए। ग्रामीण अंचल के साथ ही नगरीय निकाय में भी सर्वे कार्य सही तरीके से हो। इस के लिए निर्देशानुसार आवश्यक अमला लगाया जाए।
राजगढ़ कलेक्टर नीरज कहा कि नगरीय क्षेत्रों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों से कोरोना संक्रमितों के ज्यादा रोगी सामने आ रहे है। ग्रामीणजन स्वेच्छा से ग्राम में लोगों का आना जाना प्रतिबंधित करे, के लिए उन्हें प्रेरित किया जाएं। जिस ग्राम में मरीजों की संख्या ज्यादा है वहां कंटेनमेन्ट जोन बनाया जाए और निर्घारित गाइडलाइन का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए।
सार्वजनिक भोज तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित
इसके अलावा राजगढ़ कलेक्टर ने कहा कि 7 मई तक कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन करवाया जाए। शादी समारोह में अधिकतम 30 व्यक्तियों के स्थान पर अब अधिकतम 10 व्यक्ति ही (जिसमें बैंड बाजा वाले भी शामिल है) हो सकेंगे। मृत्यु भोज, प्रीतिभोज एवं समस्त प्रकार के सार्वजनिक भोज तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित रहेंगे। यदि जारी आदेश के पालन में किसी प्रकार की कोताही पाई जाती है तो संबंधित व्यक्ति एवं संबंधित क्षेत्र के जिम्मेदार अधिकारी, सचिव एवं रोजगार सहायक के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।
बता दे कि बीते दिनों राजगढ़ कलेक्टर नीरज कुमार सिंह (Rajgarh Collector) की बैठक में शामिल ना होने पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने 4 पंचायत सचिवों को तत्काल प्रभाव से निलंबित (Suspended) कर दिया था, वही 3 रोजगार सहायकों को सेवा समाप्ति का नोटिस (Notice) जारी किया था।