Gyanvapi Case: वाराणसी स्थित ज्ञानवापी परिसर में एएसआई की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और सील वजूखाने को छोड़कर बाकी जगहों का वैज्ञानिक सर्वे शुरू किया जा चुका है। इस सर्वे का मुस्लिम पक्ष द्वारा विरोध जताया जा रहा है, जिसे देखते हुए शहर में हाई अलर्ट जारी किया गया है।
हिंदू पक्ष द्वारा सर्वे में सहयोग देने की बात कही गई है वही मुस्लिम पक्ष द्वारा जिला जज के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में लगाई गई याचिका की सुनवाई का हवाला देते हुए सर्वे की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने सर्वे का विरोध करने की बात भी कही है, जिसके बाद जिले में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
अत्याधुनिक मशीनों के साथ पहुंची टीम
ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे करने के लिए पहुंची टीम अपने साथ अत्याधुनिक मशीनें लेकर पहुंची है। सर्वे में सामने वालों आने वाली हर छोटी से छोटी वस्तु को प्रमाण के तौर पर जुटाया जाएगा। एएसआई की टीम को परिसर का सर्वे पूरा करने में 5 से 6 दिन का समय लग सकता है। एएसआई की जांच टीम में 43 सदस्य हैं जो अलग-अलग भागों में बंटकर जांच कर रही है। मस्जिद की उम्र पता लगाने की कोशिश की जा रही है और जरूरत पड़ने पर खुदाई भी की जा सकती है। हिंदू पक्ष इस सर्वे में मौजूद है, जबकि मुस्लिम पक्ष से कोई नहीं पहुंचा है।
परिसर के सर्वे का आदेश
21 जुलाई को जिला जज डॉ अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने ज्ञानवापी परिसर का सर्वे करने के आदेश दिए थे। आदेश में परिसर के सील वजूखाने को छोड़कर सभी स्थानों की वैज्ञानिक जांच करने को कहा गया था। सर्वे के बाद 4 अगस्त तक यह रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है कि क्या यहां पर मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई है।
देर रात हुई बैठक
सर्वे को देखते हुए बीती रात प्रशासनिक अधिकारियों ने दोनों पक्षकारों की बैठक भी बुलाई थी। अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी और हिंदू पक्ष से अलग अलग बैठक रखी गई। बैठक में अधिकारियों ने कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए सर्वे में शांतिपूर्ण तरीके से सहयोग करने की अपील की गई।
सर्वे के दौरान ये रहेंगे मौजूद
सर्वे के दौरान ज्ञानवापी परिसर में एएसआई की 43 सदस्यीय टीम मौजूद होगी। हिंदू पक्ष की ओर से चार वादिनी महिलाएं और उनके अधिवक्ता मौजूद रहने वाले हैं। मुस्लिम पक्ष की ओर से भी 4 लोगों और उनके अधिवक्ताओं को रहने को कहा गया है। इसके अलावा जिला, राज्य और केंद्र के अधिवक्ता भी मौजूद रहेंगे। एडीएम सिटी और अपर आयुक्त की मौजूदगी में सर्वे किया जाएगा। फोटोग्राफर वीडियो ग्राफर का चुनाव एएसआई द्वारा किया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मुस्लिम पक्ष
ज्ञानवापी के सील वजू खाने को छोड़कर कोर्ट द्वारा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को सर्वे करने का जो आदेश दिया गया है, मुस्लिम पक्ष उसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। कमेटी का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका दायर की गई है उसके बावजूद भी सर्वे किया जाना कोर्ट की अवमानना करना है।