विश्व पर्यावरण दिवस : विशेषज्ञों की राय अगले तीन सेकण्ड की साँस का खुद इंतजाम करें

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट।  विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) के मौके पर आज पूरी दुनियां में पर्यावरण के हालात और प्रकृति को बचाने पर चर्चा हो रही है, संकल्प दिलाये जा रहे हैं, शपथ ली जा रही है।  क्योंकि कोरोना महामारी के इस दौर ने दुनिया को ऑक्सीजन यानि शुद्ध वायु के महत्त्व को अच्छे से बता दिया है।  विशेषज्ञ मानते हैं कि मनुष्य को अगले तीन सेकण्ड की साँस के लिए खुद इंतजान करना होगा इसके लिए सबसे जरुरी है पौध रोपण तभी प्रकृति का संतुलन बचा रह सकता है।

ये है विश्व पर्यावरण दिवस का इतिहास 


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....