गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में होने वाली वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस (VGRC) राज्य की औद्योगिक क्षमता, आर्थिक विकास की संभावनाओं और सांस्कृतिक धरोहर को उजागर करने का एक बड़ा मंच साबित होगी। नई दिल्ली में उद्योगपतियों और औद्योगिक संगठनों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि यह कॉन्फ्रेंस 9-10 अक्टूबर को उत्तर गुजरात से शुरू होगी और इसके बाद सौराष्ट्र, दक्षिण और मध्य गुजरात में भी आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि ट्रेड एंड ट्रेडिशन, कॉमर्स एंड कल्चर और इंडस्ट्री एंड एंटरप्रेन्योरशिप का संगम रखने वाली यह पहल प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शिता से शुरू हुई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2003 में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू की गई वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट राज्य के विकास के लिए गेम चेंजर रही है। इसकी दो दशकों की उल्लेखनीय सफलता ने गुजरात को देश का सबसे औद्योगिकीकृत और शहरीकृत राज्य बना दिया है, जो आज निवेशकों के लिए “मोस्ट प्रेफर्ड डेस्टिनेशन” है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय स्तर पर आयोजित यह कॉन्फ्रेंस विशेष क्षेत्रों में निवेश और विकास को गति देने के लिए अहम भूमिका निभाएगी। उत्तर, दक्षिण, सौराष्ट्र और मध्य गुजरात में सेक्टर-विशेष निवेश के नए अवसर खुलेंगे और भविष्य उन्मुख विकास को नई दिशा मिलेगी।
सीएम भूपेंद्र पटेल का बड़ा बयान
भूपेंद्र पटेल ने कहा कि “क्षेत्रीय आकांक्षा-वैश्विक महत्वाकांक्षा” की थीम पर आयोजित यह आयोजन प्रधानमंत्री मोदी के वोकल फॉर लोकल और लोकल फॉर ग्लोबल के संकल्प को मजबूत करेगा। इस पहल का लक्ष्य विकसित गुजरात @2047 के विज़न को साकार करना है, जिसके तहत राज्य की अर्थव्यवस्था को 3.5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्य सचिव पंकज जोशी ने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात अब नीति, साझेदारी और निवेश का मजबूत मंच बन चुका है, जो विकसित भारत @2047 की दिशा में गुजरात की भूमिका को और महत्वपूर्ण बनाएगा।
भारत सरकार के उद्योग संवर्द्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) के सचिव अमरदीप सिंह भाटिया ने कहा कि इस कॉन्फ्रेंस से टियर-2 और टियर-3 शहरों में नई इंडस्ट्रीज़ और स्टार्टअप्स को बढ़ावा मिलेगा। गुजरात ने बिज़नेस रिफॉर्म एक्शन प्लान और ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस रैंकिंग में लगातार शीर्ष स्थान बनाए रखा है। सिंगल विंडो क्लीयरेंस एक्ट-2017 और इन्वेस्टर्स फैसिलिटेशन पोर्टल जैसे कदमों से निवेशकों को त्वरित और पारदर्शी सेवाएं मिल रही हैं। इस अवसर पर उद्योग जगत से जुड़े प्रमुख प्रतिनिधि भी मौजूद रहे और उन्होंने गुजरात की इस नई पहल को देश के लिए पथप्रदर्शक बताया।





