उज्जैन/अर्पण कुमार। उज्जैन की एक महिला की कोरोना के कारण मौत हो गई है। ये महिला जानसापुरा की रहने वाली थी और कोराना वायरस पॉजिटिव पाई गई थी। उनका इलाज इंदौर में चल रहा था और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई है। प्रदेश में कोरोने से ये पहली दुखद मौत की खबर है। 65 वर्षीय महिला का इंदौर के एमवाय अस्पताल में इलाज चल रहा था। ये महिला जिस इलाके में रहती थी उस स्थान को पहले ही सील कर दिया गया था और उनके घरवालों को भी आइसोलेटेड किया गया है।
इस महिला को 22 मार्च को उज्जैन के एक चैरिटेबल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उन्हें केवल एक दिन ही सर्दी खांसी की बीमारी होना बताया गया। उसी दिन मरीज़ को माधव नगर अस्पताल शिफ्ट कर लिया गया और माधवनगर अस्पताल में ट्रीटमेंट देने के बाद के दौरान कोरोना के लक्षण पाए जाने पर मरीज को इंदौर एमवाय अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया ।
बता दें कि वायरस का संक्रमण मध्य प्रदेश के 6 जिलों में पहुंच चुका है। बुधवार को इंदौर में 4, उज्जैन और भोपाल में एक-एक संक्रमित मरीज मिले। उज्जैन की महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। यह कोरोना से प्रदेश में पहली और देश में 12वीं मौत है।
वहीं उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्र ने लोगों से अनुरोध किया है कि वह अपने घर के अंदर ही रहें। कोरोना वायरस ने उज्जैन में दस्तक दे दी है और अब इसका खतरा और बढ़ गया है इसलिए सतर्कता अत्यंत आवश्यक है। कलेक्टर ने कहा है कि यदि किसी व्यक्ति को चिकित्सकों द्वारा होम क्वॉरेंटाइन के निर्देश दिए गए हैं तो वह इसका अनिवार्य रूप से पालन करें तथा घर में अलग कमरे में आइसोलेशन में रहे। उन्होंने कहा है कि सामान्य सर्दी खांसी के मरीज़ घबराए नही और अपने अपने घर में रहकर आइसोलेशन मेंटेन करें। लोग यदि बहुत जरूरी काम से बाहर निकलते हैं तो हैंड वॉश वह मास्क का उपयोग करें