Mahakumbh 2025: पौष पूर्णिमा 13 जनवरी को प्रयागराज में महाकुंभ मेले की शुरुआत हो रही। यूपी सरकार जोरों शोरों से मेले की तैयारी में जुटी हुई है। इस बार महाकुंभ का आयोजन दिव्य, भाव और डिजिटल होने का दावा किया जा रहा है। सुरक्षा, सहायता और प्रबंधन के लिए कई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल पहली बार किया जाएगा।
महाकुंभ के सरकारी होर्डिंग्स में पांच अलग-अलग रंगों के QR कोड देखें। सभी का मतलब और उपयोग भी अलग है। इनपर स्कैन करते ही श्रद्धालुओं को मेल से संबंधित अहम जानकारी और मदद स्मार्टफोन पर ही प्राप्त होगी। भोजन, होटल बुकिंग और अन्य कई जरूरतों के लिए लोगों को इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आइए एक-एक कर इन सभी QR कोड के बारे में जानें-
ऑरेंज क्यूआर कोड (Mahakumbh QR Codes Meaning)
ऑरेंज क्यूआर कोड को स्कैन करके श्रद्धालु उत्तर प्रदेश सरकार की उपलब्धियां और राज्य की तरक्की से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर पाएंगे। यह जान पाएंगे कि अलग-अलग विभागों का का क्या हाल है।
लाल क्यूआर कोड (Maha Kumbh Mela Facilities)
लाल रंग के क्यूआर कोड पर स्कैन करते ही श्रद्धालुओं को इमरजेंसी सहायता प्रदान की जाएगी। मोबाइल में अस्पतालों की लिस्ट देखेगी। हॉस्पिटल नंबर, बेड और अन्य जानकारी इस पर उपलब्ध होगी।
ब्लू क्यूआर कोड
ब्लू रंग जा क्यूआर कोड होटल बुकिंग और खानपान की व्यवस्था के लिए होगा। इस पर स्कैन करते ही श्रद्धालु महाकुंभ मेले के लिए आवास बुकिंग से जुड़ी जानकारी मिलेगी। खाना ऑर्डर करने की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
हरे रंग का क्यूआर कोड
हरे रंग का क्यूआर कोड कुंभ प्रशासन से जुड़ी जानकारी उपलब्ध करवाता है। इस पर स्कैन करते ही श्रद्धालुओं को प्रशासन के नंबर प्राप्त होंगे। प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस प्रशासन के नंबर का पीडीएफ़ खुलेगा जरूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
काले रंग का क्यू कोड
काले रंग के क्यू आर कोड को स्कैन करते ही सहायक AI चैट बॉक्स खुलेगा। इसे खासकर श्रद्धालुओं की सहायता के लिए डिजाइन किया गया है। एक ही प्लेटफॉर्म अलग-अलग प्राप्त होगी।
#UPCM श्री @myogiadityanath जी के कुशल नेतृत्व में ‘प्रयागराज महाकुम्भ-2025’ दिव्य, भव्य व डिजिटल होने जा रहा है। पहली बार महाकुम्भ में Artificial Intelligence का प्रयोग सहायता, सुरक्षा व मैनेजमेंट के लिए किया जा रहा है।
📱 Orange QR Code स्कैन करने पर उत्तर प्रदेश से जुड़ी… pic.x.com/n4yYcRPabH
— Government of UP (@UPGovt) December 22, 2024