भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा में मिली हार के बाद अब लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा में तैयारियां तेज हो गई है| 15 साल बाद प्रदेश में सत्ता परिवर्तन का असर लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिल रहा है| विधानसभा चुनाव के छह माह के भीतर होने वाले आम चुनावों में भाजपा की हालत ठीक नहीं है| एक दर्जन सांसदों की रिपोर्ट निगेटिव आई है| लोकसभा चुनाव की तैयारियों के संबंध में बुधवार को बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री रामलाल ने प्रदेश भाजपा मुख्यालय में बड़ी बैठक की| बैठक में लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी की मजबूत वापसी को लेकर विस्तार से चर्चा हुई वहीं संगठन महामंत्री रामलाल ने पार्टी नेताओं को कड़ी सीख दी है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव हमारे लिए सबक है। बैठक में रामलाल ने कहा सभी 29 सीटों पर जीत का लक्ष्य है|
सूत्रों के मुताबिक रामलाल अपने साथ शीर्ष नेतृत्व द्वारा कराये गए वर्तमान सांसदों के सर्वे की फीडबैक रिपोर्ट भी लेकर आए थे। इस रिपोर्ट में भाजपा के कई वरिष्ठ सांसदों की हालत बेहद खराब बताई गई है। इस रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि पार्टी के एक दर्जन सांसदों की अपने क्षेत्र में स्तिथि ठीक नहीं है| यह नेता अपनी लोकप्रियता कायम नहीं रख पाए| बैठक में लोकसभा चुनाव के लिए प्रभारी बनाए गए अनिल जैन, स्वतंत्र देव सिंह, सह प्रभारी सतीश उपाध्याय, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, संगठन मंत्री सुहास भगत एवं नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के अलावा प्रदेशभर से आए जिला अध्यक्ष और लोकसभा क्षेत्र प्रभारियों ने हिस्सा लिया।
सूत्रों में मुताबिक सांसदों की फीडबैक रिपोर्ट में सबसे ज्यादा दिग्गज नेताओं की स्तिथि ख़राब है, इन सीटों पर पार्टी चेहरा बदलने का विचार कर सकती है| ग्वालियर से सांसद नरेंद्र सिंह तोमर, मुरैना से अनूप मिश्रा, सागर से लक्ष्मीनारायण यादव, भिंड से डॉ. भागीरथ प्रसाद, राजगढ़ से रोडमल नागर और धार से सावित्री ठाकुर की लोकप्रिय क्षेत्र में गिरी है| इन लोकसभा क्षेत्रों मे पार्टी नया चेहरा उतार सकती है। बैठक में खजुराहो और शाजापुर की रिक्त हुई लोकसभा सीटों पर भी चर्चा हुई| गौरतलब है कि नागेंद्र सिंह अउ मनोहर ऊंटवाल विधानसभा पहुंच गए हैं|
बैठक में फरवरी से मार्च तक आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया गया। इन कार्यक्रमों की शुरुआत 10 फरवरी से सागर से होगी��� कार्यक्रम अमित शाह मुख्य अतिथि होंगे। बैठक में विधानसभा चुनाव की समीक्षा के साथ-साथ लोकसभा चुनाव में पार्टी की मजबूत वापसी को लेकर च्रर्चा की गई। बैठक में बूथ लेबल पर जीत के फार्मूले पर चर्चा के साथ फरवरी महीने में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा की गई।