मुंबई, डेस्क रिपोर्ट। फिल्म एक्टर अनुपम खेर (Anupam Kher) ने शुक्रवार को एक कविता पोस्ट की है। इसे उनकी पिछली पोस्ट से जोड़कर देखा जा रहा है और लग रहा है कि ये डैमेज कंट्रोल की कोशिश है। इससे पहले बुधवार को पहली बार अनुपम खेर ने मोदी सरकार की आलोचना की थी।
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अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और उनकी सरकार की तारीफ करने वाले अनुपम खेर ने पिछले दिनों कोरोना (Corona) से बिगड़े देश के हालात को देखकर नाराजगी जताई थी। एक न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में अनुपम खेर ने कहा कि कोविड से लड़ने में सरकार कहीं ना कहीं नाकाम रही है। उन्होने कहा था कि सरकार को अपनी इमेज बनाने से ज्यादा लोगों की जान बचाने पर ध्यान देना चाहिए। अनुपम खेर ने कहा था कि मेरे हिसाब से इस समय सरकार की आलोचना जायज है क्योंकि सरकार को वो काम करना चाहिए जिसके लिए जनता ने उसे चुना है। अनुपम खेर ने गंगा नदी में टाइट शवों पर हो रही राजनीति की भी आलोचना की। उन्होने कहा कि मुझे लगता है कि तैरते शवों को देखकर कोई निर्दयी आदमी ही दुखी नहीं होगा, लेकिन इस पर दूसरी राजनैतिक पार्टियां जो राजनीति कर रही हैंवो ठीक नहीं है।
ये पहला मौका था जब उन्होने सार्वजनिक तौर पर मोदी सरकार की आलोचना की थी। लेकिन अब दो ही दिन बाद उन्होने ट्विटर पर एक कविता पोस्ट की है जिसमें लिखा है ‘गलती उन्हीं से होती है, जो काम करते हैं। निकम्मों की ज़िंदगी को, दूसरों की बुराई खोजने में ही खत्म हो जाती है।’ इस कविता को उनके द्वारा सरकार की आलोचना के बाद डैमेज कंट्रोल की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
गलती उन्हीं से होती है
जो काम करते हैं,
निकम्मों की ज़िंदगी तो
दूसरों की बुराई खोजने में ही
ख़त्म हो जाती है..:)— Anupam Kher (@AnupamPKher) May 14, 2021