भोपाल। लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद क्या मप्र की सियासत में कोई बदलाव आएगा| ये अपने आप में बड़ा सवाल है, क्योंकि जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा का कहना है कि 5 बीजेपी विधायक उनके संपर्क में है| मंत्री के इस बयान ने प्रदेश की सियासत को एक बार फिर से गरमा दिया है| वहीं बीजेपी को लगता है सपना देखना सबका हक होता है| कांगेस भी यही सपना देख रही है सब जानते है चुनाव के बाद क्या होगा|
मध्यप्रदेश की सियासत में कब क्या हो जाये कब कौन सा राजनेता किस पार्टी का हाथ थाम ले इसका जबाब किसी के पास नहीं है, ना ही कोई इसकी भविष्यवाणी कर सकता है| विधानसभा चुनाव के बाद जहाँ बीजेपी के नेता कांग्रेस की सरकार गिरने और नरेंद्र मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद प्रदेश में फिर भाजपा की सरकार बनने के दावे कर रहे थे तो अब लोकसभा चुनाव के दरमियान जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बयान देकर प्रदेश की राजनीति को गर्मा दिया है| पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यक्रम में शामिल होने पहुँचे जनसंपर्क मंत्री ने कहा कि 5 बीजेपी विधायक तो मेरे संपर्क में ही है| सीएम कमलनाथ औऱ दिग्विजय सिंह के संपर्क में भी बीजेपी के विधायक है और कांगेस में आने के लिए बीजेपी नेताओं की होड़ लगी हुई है |
वैसे तो दोनों दलों के नेताओं की बात को सुने तो एक बड़ा सवाल यह सामने निकलकर आता है कि क्या यह जनता के द्वारा दिये गए जनादेश का अपनाम नहीं है| जनता पार्टी के आधार पर प्रत्याशी के आधार पर वोट देती है लेकिन जब उनका चुना हुआ नेता दूसरी विचारधारा अपने निजी स्वार्थ के लिए चुनकर आगे बढ़ जाता है तो जनता का भरोसा जरुर टूट जाता है| फिलहाल सियासी गलियारे में दोनों ही दल के नेताओं के दावों से यह चर्चा जरूर तेज हो गई है क्या वाकई लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश में बड़ा उलटफेर होगा| यह सिर्फ एक बोलने के लिए नहीं कहा जा रहा, बल्कि बीजेपी के बड़े नेताओं के अपने अधिकतर भाषणों में इस दावे को दोहराना और फिर कांग्रेस की तरफ से भी भाजपा विधायकों के संपर्क में होने का दावा करना नई राजनीति की और इशारा कर रही है|