भोपाल| विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद बिखराव पार्टी में चिंता का विषय बना हुआ है| लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा के सामने आपसी मनमुटाव और गुटबाजी देखने को मिल रही है, जिसके चलते तैयारियों को धार नहीं मिल पा रही है| चुनाव की तैयारियों को लेकर बुलाई गई विभाग, प्रकल्प और प्रकोष्ठों की बैठक में एक बार फिर खींचतान उजागर हो गई| जब बैठक में पूर्व सांसद व पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा नाराज हो गए और उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री व पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह और संगठन महामंत्री सुहास भगत के सामने सवाल उठा दिए।
दरअसल, प्रदेश भाजपा कार्यालय में रविवार को विभिन्न प्रकल्पों और प्रकोष्ठों की बैठक में आयोजित हुई| बैठक में शिवराज सिंह चौहान पहले तो देरी से बैठक में पहुंचे और उसके बाद भाषण देकर चले गए। इस पर रघुनंदन शर्मा नाराज हो गए और उन्होंने शिवराज के बैठक से जाने पर आपत्ति उठाते हुए बिना नाम लिए कहा कि लोग तो भाषण देकर चले गए। संगठन ने जिम्मेदारी दी है तो उन्हें पूरे समय बैठक में उपस्थित रहना चाहिए। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह की तरफ देखते हुए कहा न समय से बैठकें शुरू होतीं हैं कार्यकर्ता को मिलने का समय नहीं मिलता। एक-एक दिन में बिना मतलब की दस-दस बैठकें होती हैं। इनमें कुछ कार्ययोजना बनने की बजाए भाषण-बाजी हो जाती है। ऐसे भाषणों का क्या लाभ होगा| ’
शर्मा ने कहा कि जो कार्यकर्ता काम करके आया है, उससे बातचीत कर कार्यों का फीडबैक तो लिया ही जाना चाहिए। कार्यकर्ताओं से बातचीत की ही नहीं जाती। कार्यकर्ता को जो जिम्मेदारी सौंपी गई थी, उसमें से कितना काम हुआ, क्या नहीं हुआ, इसकी पूछताछ बैठकों में नहीं की जाती है। संगठन चलाना है तो ढंग से चलाया जाए। शर्मा की नाराजगी के बाद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आगे से ध्यान रखेंगे। कोशिश करेंगे कि कम बैठकें हों और कार्यकर्ता को मिलने का समय मिले। इस पर रघुनंदन शर्मा ने आगे कहा कि जब भाजपा की सरकार थी, तब सीएम जनकल्याण प्रकोष्ठ बनाया गया था, अब सीएम नहीं हैं तो इस प्रकोष्ठ का क्या मतलब, इसे बंद कर देना चाहिए। राकेश सिंह ने कहा, इसके बारे में भी विचार करते हैं।