मंत्री भूपेन्द्र सिह से नाराज युवा,ट्विटर ट्रेंड “मंत्री हटाओ, रोबट लगाओ”

Gaurav Sharma
Published on -
mp news ,

भोपाल, हरप्रीत रीन। सरकारी नौकरियों में ना के बराबर हो रही भर्तियों को लेकर परीक्षार्थियों का रोष रविवार को सोशल मीडिया पर दिखाई दिया। नई भर्तियां न होने से नाराज परीक्षार्थियों ने ‘मंत्री हटाओ, रोबट लगाओ’ हैशटैग लगाकर ट्विटर पर ट्रेंड कर दिया।

‘ यमराज- आप का समय समाप्त हुआ। आपकी कोई अंतिम इच्छा!
परीक्षार्थी- जी MPPSC का रिजल्ट देखना चाहता हूं।
यमराज- हा हा हा। चालक प्राणी। अमर होना चाहता है।”

ट्विटर पर इस तरह की मीम्स को लेकर “मंत्री हटाओ ,रोबोट लगाओ।” हेशटैग के साथ ट्रेन्ड हो रहा है। दरअसल इस बात को लेकर युवाओं में भारी नाराजगी है कि पिछले 4 साल में सरकारी नौकरियों में न के बराबर भर्ती हुई है। शनिवार को मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बयान दिया कि तकनीकी युग में सरकारी पदों पर भर्ती संभव नहीं है। इसे लेकर परीक्षार्थी लिख रहे हैं “यदि सभी काम तकनीकी करने में सक्षम है तो फिर हमें ऐसे मंत्रियों की जरूरत ही क्या है। मंत्री जी का यह तर्क हीन और अनर्गल बयान है।” इसके लिए सभी परीक्षार्थियों ने यह मेगा टि्वटर कैंपेन “मंत्री हटाओ, रोबोट लगाओ।” “4 साल में जीरो भर्ती “ट्रेंड कर दिया है । ऐसा ही एक मींस एक रोबोट को लेकर बना है जो कह रहा है कि “मैं परिवहन मंत्रालय अच्छे से संभाल सकता हूं। वह भी सौ मंत्री के बराबर।” एक अन्य रोबट “मंत्री पद के लिए आवेदन करना चाहता हूं” कहता नजर आ रहा है।

यह भी बताया गया है कि एमपीपीएससी ने 68 करोङ रू एग्जाम के नाम पर 4 साल में कमाए लेकिन एक भी सिंगल जॉब नहीं दी। मध्य प्रदेश की असेंबली को भी रोबोटों से भरा हुआ दिखाते हुए मीम्स चल रहे हैं । रजनीकांत की फिल्म का मशहूर रोबोट चिट्टी तो यह कहता नजर आ रहा है कि “अगर शिवराज सरकार काम नहीं कर पा रही है तो मैं अकेला ही पूरी सरकार चला सकता हूं।”

कुल मिलाकर मंत्री जी के इस बयान को लेकर युवाओं में भारी रोष है और वह ट्वीटर पर तेजी के साथ अपना रोष प्रकट कर रहे हैं।

 


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News