भोपाल। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव को जल्द ही लोकसभा में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी नई जिम्मेदारी सौंप सकते हैं। उन्होंने शुक्रवार देर शाम मुख्यमंत्री कमलनाथ से लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर बंद कमरे में चर्चा की। इसके बाद यादव दिल्ली रवाना हो गए। जहां से वे 11 एवं 12 मार्च को अहमदाबाद में होने वाली राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में हिस्सा लेने के लिए जाएंगे। यादव का खंडवा लोकसभा से चुनाव लडऩा लगभग तय है, लेकिन पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी उन्हें चुनाव में अन्य जिम्मेदारी भी सौंप सकते हैं।
दिल्ली रवाना होने से पहले यादव ने चर्चा में बताया कि पार्टी नेतृत्व के निर्देश पर वे प्रदेश में लगातार दौरे कर रहे हैं। उन्हें चुनाव कहां से लडऩा है इसका फैसला पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी करेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि बुदनी से विधानसभा चुनाव लडऩे का फैसला भी राहुल गांधी ने किया था, आगे भी जो हाईकमान का निर्देश होगा, उसका पालन करेंगे। उन्होंने कमलनाथ सरकार द्वारा जनहित में लिए जा रहे फैसलों को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि 76 दिन की उपलब्धि लोकसभा में कांग्रेस का मुद्दा होगा। भाजपा इससे भयभीत होकर कुप्रचार में जुट गई है। बूथ कार्यकर्ता सरकार की उपलब्धियों को लेकर ही जनता के बीच जाएंगे। उन्होंने कमलनाथ को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि प्रदेश की 56 फीसदी ओबीसी आबादी को लेकर सरकार ने 27 फीसदी आरक्षण का जो फैसला किया है, वह 15 साल तक भाजपा के ओबीसी मुख्यमंत्री नहीं कर पाए। शुक्रवार को अल्प प्रवास पर भोपाल आए यादव ने मुख्यमंत्री से लोकसभा चुनाव एवं संगठन के अन्य बिंदुओं पर गंभार चर्चा की। उन्होंने कहा कि वे राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक से लौटने के बाद लोकसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में सक्रियता बढ़ाएंगे। इस दौरान उनकी राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात भी होना है। उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने कुछ माह पूर्व ही यादव को केंद्रीय कार्यसमिति का सदस्य मनोनीत किया था। वे केंद्रीय कार्यसमिति के सबसे युवा सदस्य हैं।