इन दिनों मध्यप्रदेश की राजनीति में जमकर उथलपुथल मची हुई है।विधानसभा में हुए शक्ति परीक्षण के बाद दोनों ही राजनैतिक दल बीजेपी-कांग्रेस विधायकों के संपर्क होने का दावा कर रही है, जिसके चलते बयानबाजी भी जमकर हो रही है।अब कांग्रेस द्वारा बीजेपी विधायकों को मंत्री पद और पैसों का लालच देने के दावों के बीच बीजेपी विधायक संजय पाठक का बड़ा बयान सामने आया है। विधायक का कहना है कि कांग्रेस में ऐसा कोई नहीं, जो उन्हें प्रलोभन दे सके। वही पाठक ने विजयपुर से विधायक सीताराम आदिवासी को दिए गए मंत्री पद के ऑफर को भी गलत बताया।इससे पहले गुरुवार को प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने कांग्रेस पर विधायकों को लालच देने का आरोप लगाया था।
दरअसल, संजय गुरुवार को भोपाल में सदस्यता अभियान को लेकर हुई बैठक में शामिल होने पहुंचे थे।जहां मीडिया द्वारा उनसे भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह के विधायकों को प्रलोभन दिए जाने वाले बयान पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस में ऐसा कोई नहीं, जो मुझे प्रलोभन दे सके। पार्टी में लोग उपेक्षित नहीं हैं, ये मनोवैज्ञानिक दबाव है। कांग्रेस में भी ऐसे लोग हैं, जो योग्य हैं, लेकिन उन्हें उचित स्थान नहीं मिला। मैं भी दूसरी पार्टी का हूं, मुझे सम्मान मिला, मंत्री बनाया, सम्मान में कोई कमी नहीं की। लोगों को संतोष होना चाहिए।
वही उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जनादेश कांग्रेस के पक्ष में नहीं था, कांग्रेस ने दो लाख रुपए की कर्जमाफी समेत कई वादे किए थे, लेकिन उनका कुछ नहीं हुआ, बावजूद इसके भाजपा ने उसे एक अवसर दिया। जनता ने उसे 114 सीट दी, अब कांग्रेस पार्टी क्या कर रही है, ये सब जानते हैं। बेरोजगारों को भत्ता नहीं दिया, किसानों का कर्जमाफ नहीं हुआ। मतदाता ऐसे में खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
बता दे कि बीते दिन मध्यप्रदेश विधानसभा में भाजपा के दो विधायकों नारायण त्रिपाठी मैहर और शरद कोल ब्यौहारी ने प्रदेश सरकार के पक्ष में मतदान कर सरकार की नीतियों से सहमति जताई थी। जिसके अगले दिन भाजपा विधायक संजय पाठक के सीएम कमलनाथ से मिलने की चर्चा जोरों पर थी। कहा जा रहा था कि सीएम कमलनाथ से मुलाकात के लिए संजय मंत्रालय पहुंचे थे। जिसके बाद से ही ये कयास लगाए जा रहे थे कि जल्द ही संजय भी बीजेपी का दामन छोड़ सकते हैं। हालांकि उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने की तमाम अटकलों पर यह कहकर विराम लगा दिया था कि मैं अपने परिवार में खुश हूं और संतुष्ट हूं, मुझे कहीं जाने की जरूरत नहीं है।