भोपाल| चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है| सीधी के पूर्व सांसद गोविंद मिश्रा ने बुधवार को पार्���ी से इस्तीफा दे दिया। पार्टी ने सीधी से रीति पाठक को रिपीट किया है, इस सीट से मिश्रा टिकट चाह रहे थे| इससे पहले भी सीधी संसदीय क्षेत्र से रीति के टिकट के विरोध में नेताओं के बगावती तेवर सामने आ चुके हैं| मिश्रा ने बीजेपी पर उपेक्षा के आरोप लगाए हैं| वह भाजपा में बीते 5 सालों से घुटन महसूस कर रहे थे| पार्टी में अपनी उपेक्षा के चलते उन्होंने यह कदम उठाया। गोविंद मिश्रा का कहना है कि जब मन असहज हो जाता है तभी ऐसी स्थितियां बनती हैं। भोपाल से सीधी पहुँचने पर मिश्रा प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे| इसमें वे कांग्रेस में जाने का ऐलान भी कर सकते हैं|
चुनावी समय में भाजपा के लिए यह लगातार दुसरे दिन बड़ा झटका है| मंगलवार को बीजेपी को दो बड़े झटके लगे| टीकमगढ़ में केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार को टिकट देने का विरोध करने वाले भाजपा के पूर्व विधायक आरडी प्रजापति समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं। वहीं बालाघाट में वर्तमन भाजपा सांसद बोधसिंह भगत ने पार्टी से इस्तीफा देकर निर्दलीय नामांकन भर दिया है। भगत इस सीट से ढाल सिंह बिसेन को प्रत्याशी बनाने से नाराज हैं। वहीं अब सीधी में प्रत्याशी घोषित किये जाने के बाद से ही उठ रहे विरोध के बाद अब सीधी के पूर्व सांसद गोविंद मिश्रा ने इस्तीफा दे दिया है| संभवतः वे कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान भी कर सकते हैं|
बता दें कि पूर्व सांसद गोविंद मिश्रा को 1989 में रीवा की एक आम सभा में बीजेपी केवरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई थी । मिश्र को 1992 में मध्यप्रदेश के उर्जा विकास निगम का चेयरमैन बनाया गया था, फिर दिसम्बर 1993 में चुरहट से विधायक भी चुने गये थे, इसके बाद बीजेपी ने उन्हें 2004 -2005 के दौरान सीधी जिले का अध्यक्ष बनाया । नये परिसीमन के बाद मई 2009 से मई 2014 में गोविन्द मिश्रा सीधी लोकसभा के सांसद भी रहे हैं ।