भोपाल। मध्य प्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने मंगलवार को अपना नामांकन भरा है। लेकिन चौंकाने वाली बात सामने आई है कि वर्तमान सांसद आलोक संजर ने भी अपना नामांकन डमी कैंडिडेट की तरह भरा है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी को डर बना हुआ है कि अगर साध्वी के नामांकन पर कोई कार्रवाई होती है तो आलोक संजर को उतारा जा सकता है। मीडिया से संजर ने कहा कि नामांकन भरने के लिए उनसे पार्टी नेताओं ने कहा था। इसलिए उन्होंंने नामांकन पर्चा भरा है।
दरअसल, वर्तमान सांसद आलोक संजर का टिकट कटने के उनके समर्थक काफी नाराज हैं। मंगलवार को उनके समर्थकों ने हंगामा भी किया था। वह साध्वी के नामांकन भरने से खफा बताए जा रहे हैं। वहीं, जिस तरह से हैं साध्वी प्रज्ञा ने हाल ही में बयानबाजी की है उससे पार्टी के अंदर खलबली मची है। उसके साथ ही स्थानीय नेताओंं में भी नाराजगी है। इस तरह की मांग भी उठी थी कि बीजेपी भोपाल से प्रत्याशी बदल सकती है। लेकिन साध्वी के नामांकन के साथ इन अटकलों पर विराम लगता दिख रहा था लेकिन संजर के नामांकन भरे जाने से एक बार फिर इस बात को हवा दे दी है कि पार्टी संजर को उम्मीदवार बना सकती है। पार्टी को इस बात आशंका है कि हाल ही में साध्वी से जुड़े विवाद और उनपर हुई एफ आई आर के कारण उनका अगर नामांकन रद्द किया जाता है तो बीजेपी के पास दिग्गी के खिलाफ चुनाव लड़ाने के लिए एक उम्मीदवार होगा।
गौरतलब है कि मालेगांव ब्लास्ट की मुख्य आरोपी साध्वी प्रज्ञा के चुनाव लड़ने पर रोक लगाए जाने को लेकर याचिका दाखिल की गई थी। इस पर एनआईए ने अपना जवाब दाखिल कर दिया है। एजेंसी ने कहा है कि यह मामला चुनाव आयोग से संबंधित है। यह हमारे अधिकार क्षेत्र से बाहर है। प्रज्ञा ठाकुर ने याचिका पर कहा- यह राजनीति से प्रेरित है। यह केवल पब्लिसिटी स्टंट के लिए किया गया काम है। याचिकाकर्ता ने कोर्ट का समय बर्बाद किया है। उस पर जुर्माना लगाकर याचिका को खारिज कर दिया जाना चाहिए।