दमोह, आशीष कुमार जैन। दमोह विधानसभा उपचुनाव (Damoh Assembly By-election) में भारतीय जनता पार्टी की हार के बाद पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी( Pritam Singh Lodhi) ने हार स्वीकार करते हुए कहा कि यह अंदेशा नहीं था कि भाजपा की इस तरह से हार होगी। उन्होंने कहा कि उनको पता था कि शहर कमजोर है, लेकिन ग्रामीण अंचलों से जरूर उनको अच्छी लीड मिलेगी। लेकिन वैसा भी नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि संगठनात्मक कमियों के चलते इस चुनाव में हार मिली है।
भाजपा जिला अध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी ने कहा कि दमोह उपचुनाव में जो गलतियां हुई है, उनकी समीक्षा की जाएगी। समीक्षा के बाद आगामी विधानसभा चुनाव में उन कमियों को दूर करके भाजपा को जिताने का संकल्प लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश संगठन जो निर्देश देगा उस लिहाज से आगामी दिनों में कार्रवाई की जाएगी। वहीं भाजपा प्रत्याशी द्वारा पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया पर लगाए गए आरोप के विषय में प्रीतम सिंह लोधी गोलमोल जवाब देते नजर आए। हालांकि उन्होंने स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा। उन्होंने कहा कि संगठन जो निर्देश देगा उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी। कुल मिलाकर भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष ने हार को स्वीकार करते हुए रणनीति पर विचार करने की बात कही।
मलैया की नाराजगी पड़ी भारी
दमोह में बीजेपी की हार के कई कारण होंगे लेकिन जानकारों की माने तो उसमें से एक प्रमुख कारण मलैया की नाराजगी भी है। जयंत मलैया अपने बेटे सिद्धार्थ मलैया के लिए टिकट की दावेदारी कर रहे थे लेकिन बीजेपी ने कांग्रेस से आए राहुल लोधी पर दांव लगाया। नाराजगी के चलते मलैया प्रचार से दूर हो गए। लेकिन बीजेपी ने मलैया के बेटे सिद्धार्थ को दमोह शहर का चुनाव प्रभारी बनाया साथ ही मलैया को भी मना लिया।