भोपाल| लोकसभा चुनाव को लेकर देश भर में सबसे ज्यादा चर्चा में आई भोपाल लोकसभा सीट पर भाजपा को बड़ा झटका लगा है| भाजपा में लगातार उपेक्षा के शिकार हो रहे पूर्व विधायक जितेंद्र डागा ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है| पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने डागा को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई| पूर्व विधायक के कांग्रेस में आने से लोकसभा चुनाव में बीजेपी का वोट बैंक प्रभावित हो सकता है|
लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही प्रदेश भर में नाराज नेताओं को अपने पाले में लाने की पहल दोनों दलों ने शुरू कर दी थी| जिसके तहत कई पूर्व विधायक दल बदल चुके हैं| वहीं कांग्रेस नेताओं ने भी यह दावा किया था कि कई बड़े नेता भाजपा छोड़ कांग्रेस में आने को तैयार है| एक के बाद एक बड़े झटके भाजपा को देने के लिए नाराज नेताओं पर कांग्रेस नजर बनाये हुए है| भोपाल में पूर्व विधायक जितेंद्र डागा के कांग्रेस में आने की चर्चा एक माह से चल रही थी| विधानसभा चुनाव के समय से ही पूर्व विधायक नाराज चल रहे थे| वे हुजूर सीट से विधायक रहे हैं और इस बार भी हुजूर विधानसभा के लिए टिकट की उम्मीद लगाए बैठे थे लेकिन पार्टी ने जितेन्द्र डागा को नजरअंदाज कर वर्तमान विधायक रामेश्वर शर्मा को एक बार फिर टिकट दे दिया। जिसके बाद से ही जितेन्द्र डागा पार्टी से नाराज चल रहे थे। टिकट नहीं मिलने के बाद डागा ने निर्दलीय नामांकन कर दिया था|
रविवार को जितेंद्र डागा की कांग्रेस में एंट्री हो गई| वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी और राज्य सरकार के मंत्री आरिफ अकील तथा पी सी शर्मा की मौजूदगी में श्री डागा ने कांग्रेस की सदस्यता ली। वरिष्ठ नेताओं ने पुष्पमाला पहनाकर उनका पार्टी में स्वागत किया। भोपाल सीट पर भाजपा की साख दांव है, क्यूंकि तीन दशक से यह सीट भाजपा के कब्जे में है और कांग्रेस से दिग्विजय सिंह के मैदान में आने के बाद भाजपा ने लम्बे मंथन के बाद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर दांव लगाया है| देश भर में भोपाल सीट की चर्चा है|