भोपाल। इंदौर लोकसभा सीट के लिए प्रत्याशी चयन को लेकर भाजपा हाईकमान में एक बार फिर मंथन शुरू हो गया है। संभवत: आज रात तक इंदौर लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी का ऐलान हो सकता है। इससे पहले प्रत्याशी के नाम पर खींचतान मची हुई है। सांसद सुमित्रा महाजन बेटे मंदान महाजन एवं अपने समर्थक को प्रत्याशी बनाने की मांग पर अड़ी हैं, वहीं राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अपने करीबी विधायक रमेश मेंदोला को टिकट दिलाना चाह रहे हैं।
इंदौर लोकसभा सीट ताई और भाई की आपसी खींचतान में फंसी हुई है। इससे पहले इंदौर को लेकर कई बार मंथन हो चुका है। हाईकमान ने प्रदेश नेतृत्व से भी राय ले ली है। इसके बावजूद भी हाईकमान इंदौर पर अभी फैसला नहीं कर पा रहा है। बताया गया कि अपने समर्थक को प्रत्याशी बनाने के लिए ताई पिछले एक हफ्ते में दो बार दिल्ली पहुंंच चुकी हैं, लेकिन हाईकमान को वे अपनी बात नहीं मनवा पाई हैं।
दोनों कर चुके हैं चुनाव लडऩे से इंकार
इंदौर लोकसभा से संसद सुमित्रा महाजन चुनाव लडऩे से इंकार कर चुकी हैं। वहीं कैलाश विजयवर्गीय ने भी दो दिन पहले ट्वीट के जरिए स्पष्ट किया कि वे लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। यही वजह है कि दोनों नेता अपने समर्थकों के लिए हाईकमान पर दबाव बना रहे हैं। इससे पहले बुधवार को शंकर लालवानी के नाम की चर्चा रही लेकिन साथ ही एकाएक विरोध का सिलसिला भी चल पड़ा। पार्टी सूत्रों का कहना है कि टिकट के अन्य दावेदारों के साथ लालवानी की समाज के भी कतिपय लोगों ने आपत्ति जताने में पीछे नहीं रहे। प्रत्याशी को लेकर अब प्रदेश और राष्ट्रीय संगठन ही अपनी ओर से अंतिम निर्णय सुनाएगा।
दावेदार में इनके नाम
इंदौर में भाजपा की ओर से पार्टी के छोटे-बड़े कमोवेश सभी नेता अपनी दावेदारी जता चुके हैं। सुमित्रा-कैलाश की न के बाद मालिनी गौड़, रमेश मेंदोला, कृष्णमुरारी मोघे, गोपीकृष्ण नेमा, भंवरसिंह शेखावत, अर्चना चिटनीस, शंकर लालवानी, जयंत भिसे, विनीत नवाथे, पुष्यमित्र भार्गव, उषा ठाकुर, सुदर्शन गुप्ता, गोविंद मालू के नाम हैं| गुरुवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता गोविंद मालू भी टिकट के लिए प्रदेश संगठन के सामने अपनी दावेदारी जता चुके हैं। पार्टी यदि किसी पैराशूट प्रत्याशी के नाम पर विचार नहीं कर रही तो वह इन्हीं में से किसी एक के नाम पर दांव लगाएगी।