विदिशा।
सत्ता परिवर्तिन के बाद से ही मध्यप्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है। आए दिन नेताओं द्वारा नए नए खुलासे और आरोप लगाए जा रहे है। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के सिरोंज से भाजपा विधायक का बड़ा बयान सामने आया है। विधायक का कहना है कि कांग्रेस के प्रभारी मंत्री ने उन्हें कांग्रेस में आने का ऑफर दिया था और ठुकराने पर उनके खिलाफ एफआईआऱ दर्ज कर दी। विधायक के इस बयान के बाद हड़कंप मच गया है। राजनैतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरु हो गया है।
दरअसल, बीते दिनों प्रभारी मंत्री हर्ष यादव के कार्यक्रम के दौरान भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने काले झंडे दिखाए थे। इस मामले में उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया था।जिसके विरोध में मंगलवार को भाजपा के नेता और कार्यकर्ता रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे और परिसर में जमकर नारेबाजी की । इसके बाद कलेक्टर कौशलेन्द्रसिंह को ज्ञापन सौंपकर दर्ज मामलों को झूठा बताते हुए समाप्त करने की मांग की गई।
इस दौरान सिरोंज के भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने आरोप लगाया कि प्रभारी मंत्री हर्ष यादव ने उन्हें कांग्रेस में आने का ऑफर दिया था। उन्होंने ठुकरा दिया। इसलिए उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।शर्मा ने कहा कि प्रशासन को सिर्फ कांग्रेस के शशांक भार्गव और निशंक जैन ही दिखाई दे रहे हैं। जबकि भाजपा विधायकों और कार्यकर्ताओं पर मामले दर्ज किये जा रहे हैं। मुझ पर झूठा मामला दर्ज किया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि सिरोंज में आयोजित कार्यक्रम में बैठने को लेकर जब विवाद हुआ तो प्रभारी मंत्री हर्ष यादव ने मुझे कांग्रेस में आने का आफर दिया। उन्होंने मुझसे कहा कि कमलनाथ का साथ दो हमारे साथ आ जाओ। इतना ही नहीं जब उनकी बात नजरअंदाज की गई तो उन्होंने कहा कि बैठना हो तो बैठ जाओ नहीं तो चले जाओ।