भोपाल।
एमपी में जारी घमासान के बीच आज सीएम हाउस(cm house) पर कमलनाथ(kamalnath) की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक(cabinet meeting) हुई। बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए। बैठक के बाद जनसपंर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कांग्रेस के बागी विधायकों को लेकर बड़ा ही अजीबोगरीब बयान दिया। मंत्री ने कहा कि BJP ने तंत्र-मंत्र कर कांग्रेसी विधायकों को सम्मोहित किया है।
मंत्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेसी विधायक को अपने वश में करने के लिए भाजपा तंत्र मंत्र के जरिए उन्हें सम्मोहित करने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस के 16 विधायकों को बेंगलुरु में बंधक बनाकर रखा गया है। उन्हें उनके परिवार वालों तक से बात नहीं करने दी जा रही है। बेंगलुरु में बंधक बने विधायकों को वापस लाने के लिए कांग्रेस ने राज्यपाल से अनुरोध किया है। राज्यपाल अपनी शक्तियों का इस्तेमाल कर उन्हें जल्द ही सुरक्षित वापस लेकर आएंगे।
विधायक ने कहा कि सभी विधायक हमारे साथ हैं। सिर्फ छह विधायक कम हुए हैं, सरकार के पास बहुमत का आंकड़ा है. कांग्रेस के छह विधायकों के इस्तीफे स्वीकार करने के बाद भी 121 से ज्यादा विधायक हमें विश्वास प्रस्ताव पर मतदान में समर्थन करेंगे। बीजेपी के छह-सात विधायक भी कमलनाथ को समर्थन देंगे। उन्होंने कहा, हम पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि सदन में बहुमत साबित करेंगे। मुख्यमंत्री स्वयं कह चुके हैं कि सरकार फ्लोर टेस्ट को लेकर तैयार है। कमलनाथ सरकार(kamalnath government) के पास पूर्ण बहुमत है इसलिए हम फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं।
विधायकों के कोरोना परीक्षण पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जयपुर के अलावा हरियाणा और बेंगलुरु में भी कोरोना के मरीज मिले हैं। जिस वजह से वहां से आने वाले विधायकों की भी जांच की जाएगी। सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। विधायक वापस आना चाहते हैं। लेकिन उन्हें इसी वजह से वापस आने नहीं दिया जा रहा है।वहीं कोरोना(corona) के चलते सत्र आगे बढ़ाए जाने की बात पर उन्होंने कहा कि इस पर निर्णय लेना कैबिनेट का काम नहीं है। विधानसभा में इस पर चर्चा के बाद नतीजे सामने आएंगे। यह निर्णय विधानसभा अध्यक्ष का होगा।
गौरतलब हो कि भाजपा ने अपने सभी विधायकों को हरियाणा और गुरुग्राम से वापस लौटने का व्हिप जारी कर दिया है। वहीं कांग्रेस के सारे विधायक जयपुर से वापस लौट आए हैं। उम्मीद की जा रही है कि बेंगलुरु से कांग्रेस के बागी विधायक आज शाम भोपाल पहुंचेंगे। वही कल विधानसभा में कमलनाथ सरकार अपने बहुमत साबित करेगी। अब देखना दिलचस्प है कि प्रदेश की राजनीति क्या खेल दिखाती है।