भोपाल। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के अध्यक्ष और मोदी कैबिनेट में केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास आठवले ने भोपाल से बीजेपी द्वारा साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को उम्मीदवार बनाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का नाम मालेगांव ब्लॉस्ट में आया था। हेमंत करकरे के पास उनके खिलाफ काफी सबूत थे। ये बयान उन्होंने भोपाल में मीडिया से रूबरू होते हुए दिया। बता दें आठवले फिलहाल बीजेपी के सहयोगी दल रपीआई के अध्यक्ष हैं।
दरअसल, आठवले ने प्रदेश की पांच सीटोंं पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। हालांकि, वह अन्य 24 सीटों पर बीजेपी का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने भोपाल में बीजेपी के फैसले पर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंंने साध्वी के चयन पर नाराजगी जताते हुए कहा कि बीजेपी को साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को उम्मीदवार नहीं बनाना चाहिए था। वह अभी भी बेल पर बाहर हैं, उनपर आतंक के आरोप लगे हैं। ऐसे में पार्टी का यह फैसला सही नहीं है।
गौरतलब है कि भोपाल लोकसभा पर बीजेपी का लंबे समय से कब्जा है। लेकिन इस बार कांग्रेस ने बीजेपी की गोलबंदी करने के लिए दिग्विजय सिंह को मैदान में उतारा है। कांग्रेस को इस बार जीत की पूरी उम्मीद है, वहीं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद से पार्टी के अंदर ही विरोध के स्वर उठ रहे हैं। क्योंकि संघ की ओर से उनका नाम बढ़ाया गया इसलिए कोई नेता खुल कर विरोध नहीं कर रहा है। लेकिन अंदर खाने की खबर है कि बीजेपी नेताओंं में काफी नाराजगी है क्योंकी लगातार साध्वी के बयान से उनकी छवि पर भी असर पड़ा है।