भोपाल।
केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के उम्र को लेकर दिए गए बयान पर सीएम कमलनाथ ने पलटवार किया है।सीएम कमलनाथ ने कहा है कि प्रदेश की जनता मेरी उम्र नहीं, मेरे काम को देख रही है। वही उन्होंने सीएए को लेकर कांग्रेस पर लगाए आरोपों पर हमला करते हुए कहा कि बेहतर होता कि गृह मंत्री कानून के समर्थन में रैली व जनसभा के लिए उन राज्यों में जाते, जहां इस कानून को लेकर विरोध में हिंसा हुई है।
दरअसल, रविवार नागरिकता संशोधन कानून को समझाने जबलपुर पहुंचे शाह ने कहा था कि कमलनाथ दिल्ली दरबार में अपने नंबर बढ़ाने जोर जोर से चिल्लाते हैं, कि प्रदेश में CAA लागू नहीं होने देंगे। अरे कमलनाथ जी ये जोर से बोलने की आयु नहीं है आपकी, स्वास्थ बिगड़ जाएगा आपका। अगर इतना जोर बाकी है तो मध्य प्रदेश को ठीक करिए। मध्य प्रदेश में माफिया राज है, किसान परेशान है, दो लाख तक का कर्ज माफ़ करने का वादा किया था वो पूरा नहीं किया।इस पर सीएम कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहा है कि हमने तो एक वर्ष में ही प्रदेश में कामों के आधार पर बदलाव लाकर दिखा दिया है, सरकार क्या होती है। 365 दिन में वचन पत्र के 365 वादों को पूरा कर बता दिया है कि हम काम में विश्वास रखते है, झूठी घोषणाओं, वादों में नहीं। प्रदेश की जनता मेरी उम्र नहीं काम देख रही है। इसी उम्र में उसने मुझ पर विश्वास कर आपकी पार्टी के कई युवा नेताओं की उम्मीदों पर पानी फेरा है।
चैलेंज का यूं दिया जवाब
कमलनाथ ने कहा कि पांच साल बाद पूरी हिम्मत और विश्वास के साथ, काम के आधार पर हम जनता के बीच जरूर जाएंगे। पिछले एक वर्ष में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव के परिणामों से आपको जनता का मूड समझ लेना चाहिए। जनता आपकी पूर्व की प्रदेश सरकार को याद ज़रूर कर रही है लेकिन इसलिए कि किस प्रकार झूठ और घोषणा वाली सरकार थी। उसने प्रदेश को बर्बाद कर दिया, क़र्ज़ के दलदल में धकेल दिया, खेती को घाटे का धंधा बना दिया, युवाओं को बेरोज़गार बना दिया और प्रदेश को महिलाओं की सुरक्षा की दृष्टि से असुरक्षित प्रदेश बना दिया
एमपी की फिजा खराब ना करे बीजेपी नेता
वही कांग्रेस समेत विपक्ष को कोसने पर कहा कि अमित शाह सीएए के समर्थन में रैली और जनसभा के लिये उन राज्यों में जाते, जहाँ इस क़ानून को लेकर निरंतर विरोध स्वरुप हिंसा हुई है। मध्यप्रदेश की शांत धरती पर इस क़ानून के नाम पर भाजपा नेताओं को गुमराह करने और फिजा खराब करने के लिए आने की आवश्यकता नहीं है।
जनता के मूड को समझे, जनादेश का अपमान कर रहे
नाथ ने कहा कि पिछले एक वर्ष में मध्यप्रदेश, छतीसगढ़ , राजस्थान, महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव के परिणामों से आपको जनता का मूड समझ लेना चाहिए।आप कांग्रेस को नहीं जनता को समझाए जो इस सच्चाई को बेहतर ढंग से जानती है कि केन्द्र सरकार अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए और वर्तमान हालातों से ध्यान भटकाने के लिए सीएए, एनआरसी जैसे क़ानून को जनता पर जबरदस्ती थोपने का काम कर रही है। जनता ने राज्य में कांग्रेस को पूरे पांच वर्ष के लिए प्रदेश की सत्ता की बागडोर सौंपी है। इसे जनता की गलती बताकर आप जनादेश का और जनता का अपमान कर रहे हैं।