मध्यप्रदेश में कोरोना की स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा लगातार स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। इसमें शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना की स्थिति पर समीक्षा की। शिवराज ने साफ कहा कि हमारा लक्ष्य पॉजिटिव मरीजों की संख्या को शून्य तक पहुंचाना है। इसके साथ ही सीएम शिवराज ने कहा कि 1 जुलाई से डोर टू डोर स्वास्थ्य सर्वे दल के गठन, उन्हें प्रशिक्षण और सर्वे के संबंध में जरूरी मार्गदर्शन देने के काम शुरू किया जाएगा।
दरअसल प्रदेश में अब कोरोना की स्थिति पहले के मुकाबले काफी काबू में है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा अपने स्तर से इंदौर और भोपाल जैसी जगहों पर नजर बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने यह भी कहा कि लगातार प्रयास से मध्य प्रदेश की ग्रोथ रेट देश के अन्य राज्यों के मुकाबले काफी कम है। इसके साथ ही हमें टेस्टिंग की सुविधाओं में तेजी आई है। इलाज के लिए क्षमता बढ़ाई है और साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग एवं फीवर क्लीनिक के संचालन से इस वायरस के नियंत्रण में सफलता मिली है। मंत्रालय में वीसी के माध्यम से बैठक में सीएम ने कहा कि प्रदेश में COVID19 की मौजूदा स्थिति सही है। स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सकों के अथक प्रयास से आज प्रदेश में कोविड19 की रिकवरी रेट 76.4% है। धार जिले में रिकवरी रेट 82 प्रतिशत है जिससे साफ़ है कि स्थिति हमारे काबू में है।
मुख्यमंत्री चौहान ने यह भी बताया कि सभी वरिष्ठ अधिकारियों को सर्वे की तैयारी के लिए दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं। जल्द ही 1 जुलाई से अधिकारी राज्य में डोर टू डोर सर्वे का काम शुरू करेंगे। शिवराज के डोर टू डोर सर्वे का स्वागत करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि मुझे आशा है कि शिवराज अपने घोषणा अमल में लाएंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं पहले से कह रहा हूं कि नियंत्रण के लिए लोगों की शत-प्रतिशत जांच जरूरी है।
इधर किसानों के भुगतान पर भी मुख्यमंत्री चौहान ने समीक्षा बैठक की जिसमें उन्होंने जानकारी देते हुए बताया मध्यप्रदेश में किसानों को गेहूं के लिए करीबन 23000 करोड़ जाने के लिए 2400 करोड़ का भुगतान अब तक किया जा चुका है।