भोपाल। हाल ही में आए सर्वों के आधार पर कांग्रेस को सिर्फ राजस्थान में जीत मिलती नजर आ रही थी, लेकिन कांग्रेस के आंतरिक सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि मध्यप्रदेश समेत राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी भाजपा के खिलाफ विरोधी लहर है। जिसका फायदा इन तीनों राज्यों में विपक्ष की भूमिका निभा रही कांग्रेस को मिल सकता है। कांग्रेस ने तीनों प्रदेश में एंगर इंडेक्स को लेकर सर्वे करवाया है। इसके नतीजे काफी चौंकाने वाले सामने आए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लोगों में भाजपा सरकार के खिलाफ गुस्सा है। विकासकार्यों के नहीं होने से लोग आक्रोशित हैं।
सत्ता विरोधी लहर को वर्तमान सरकार के खिलाफ देखा जाता है। राजस्थान में एक आम धारणा है कि वहां हर पांच साल में सत्ता परिवर्तन होता है। सरकार काम करनाए या नहीं जनता सूबे का मुखिया हर बार नया चुनती है और इस बार राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ विरोधी लहर साफ देखने को मिल रही है। यही हाल मध्यप्रदेश में भी है। यहां शिवराज सिंह चौहान का कई जिलों में खुलकर विरोध हो रहा है। किसान आंदोलन से भाजपा की छवि पर दाग लगा है। कांग्रेस जनता में पनप रहे इस गुस्से को अब सत्ता वापसी का रास्ता मान रही है। सर्वे मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मतदाताओं में ‘आक्रोश इंडेक्स’ यानि सरकार के खिलाफ आक्रोश को देखने के लिए किया गया।
Anger Index की रेटिंग में एमपी सबसे आगे
प्रदेश की जनता का मूड जानने के लिए कांग्रेस ने जो सर्वे करवाया है उसकी रेटिंग के मुताबिक पांच में से 4.3 अंक मध्यप्रदेश की जनता ने दिए हैं। इस रेटिंग का मतलब है कि प्रदेश में जनता का गुस्सा उबाल पर है। राजस्थान में ये इंडेक्स 3 पर है जबकि छत्तीसगढ़ में 2.8 यानि तीन राज्यों में सबसे अधिक मध्यप्रदेश में और सबसे कम छत्तीसगढ़ में।
40 हजार गांव में किया गया सर्वे
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक कांग्रेस ने यह सर्वे प्रदेश के 40 हजार गांव, कस्बे और शहर में करवाया है। इस सर्वे की खासियत यह है कि इसमें 90 फीसदी ग्रामीण जनता को शामिल किया गया है। जबकि शहरी मतदाता की सहभागिता सिर्फ दस फीसदी है। इसमें करीब 2.5 लाख लोगों से कुल 4 सवाल किए गए और सभी सवाल सरकार से जुड़े थे। 4 सवाल को इस तरह से बनाया गया था ताकि लोगों के मूड को भांपा जा सके की वो सरकार से खुश हैं की नहीं, क्यों नाराज है और किन-किन मुद्दों पर नाराज हैं।