भोपाल| मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के बाद ऐसे कई मौके आये जब कांग्रेस की गुटबाजी खुलकर सामने आई, वहीं जिन बड़े नेताओं पर पार्टी को एक करने का जिम्मा है उनके समथको के बीच भी खींचतान है| मंत्रियों को विभागों की जिम्मेदारी में भी गुटबाजी दिखी| जिसके बाद पार्टी को एक करने के लिए भोपाल में पार्टी की कोर कमिटी की बैठक होने जा रही है| इस बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया, सांसद विवेक तन्खा, कांतिलाल भूरिया, अरुण यादव, अजय सिंह और प्रदेश कांग्रेस के चारों कार्यकारी अध्यक्ष शामिल होंगे|
सरकार बनाने के बाद सामने आई गुटबाजी शिकायतों के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी के निर्देश पर यह बैठक हो रही है| हाल ही में मंत्रियों के विभागों को लेकर दिखी गुटबाजी से उभरने सभी नाराज नेताओं को साधने के लिए रणनीति बनाई जायेगी| सत्ता और संगठन में समन्वय के उद्देश्य से हो रही इस बैठक में सरकार में बनाये जाने वाले संसदीय सचिवों के नामों पर भी मुहर लग सकती है| इसके अलावा लोकसभा चुनाव को लेकर भी इस बैठक में चर्चा हो सकती है| इसके अलावा कांग्रेस के वचन पत्र के मुख्य बिंदुओं को लोकसभा चुनाव से पहले पूरा कर जनता के बीच पहुँचने को लेकर चर्चा की जा सकती है|