Congress expressed objection on the decision of MP Cabinet : मोहन कैबिनेट के निर्णय को लेकर कांग्रेस विरोध में सामने आ गई है। खुले में बिकने वाले मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के फैसले को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी किसी न किसी तरह विवाद का बहाना ढूंढ रहे हैं। कुछ भी करें लेकिन समाज में विवाद नहीं होना चाहिए। वहीं पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह, आरिफ मसूद और उमंग सिंघार ने भी विरोध जताया है।
कमलनाथ ने बताया विवाद फैलाने वाला फैसला
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को शपथ लेने के कुछ घंटों के भीतर ही कैबिनेट बैठक बुलाई और उसमें कुछ अहम निर्णय लिए गए। सबसे ज्यादा चर्चा में हैं प्रदेश में खुले में एवं बिना अनुमति के मांस-मछली के विक्रय पर रोक लगाने और धार्मिक स्थलों (मंदिर/मस्जिद) में तय सीमा से ज्यादा आवाज में नहीं लाउड स्पीकर और डीजे वगैरह नहीं बजाने के फैसले। इन फैसलों को लेकर अब कांग्रेस विरोध में सामने आ गई है। कमलनाथ ने कहा कि ‘ये कुछ न कुछ बहाना विवाद के लिए ढूंढ रहे हैं। कुछ भी करें..समाज में विवाद नहीं होना चाहिए ये हमारा लक्ष्य है। ये हमारी संस्कृति जुड़कर रहने की है, प्यार मोहब्बत की है।’
जयवर्धन सिंह ने कहा ‘जरुरी मुद्दों पर बात हो’
वहींं पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि ‘कोई भी सरकार हो कोई भी मुख्यमंत्री हो, सबसे पहले हमें शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए। शिक्षा हम ऐसी दें जिसके माध्यम से हमारे शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सके। बेरोजगार युवाओं को नौकरी मिले, इसकी नीति बनाई जाननी चाहिए।’ वहीं उमंग सिंघार ने कहा कि ये मुख्यमंत्री का नहीं, आरएसएस का एजेंडा है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और विधायक आरिफ मसूद ने इन दोनों फैसले को लेकर कहा कि ‘दोनों फैसलों का कोई स्वागत नहीं करेगा। अगर ये महंगाई पर बात करते, नौजवानों के रोजगार और किसानों पर बात करते तो हम स्वागत करते। ये फैसला सिर्फ भ्रम फैलाने वाले हैं। इन तमाम बातों पर सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन है और उसका पालन सब करते आ रहे हैं।’ इस तरह कांग्रेस ने कैबिनेट की बैठक में हुए फैसलों को विवाद और भ्रम फैलाने वाला तथा आरएसस का एजेंडा बताया है।