इंदौर।
नेताओं की लाख समझाइश के बावजूद कांग्रेस में गुटबाजी और अंतरकलह खत्म होने का नाम नही ले रही है। ताजा मामला इंदौर से सामने आया है जहां मंच पर संबोधन के लिए ना बुलाए जाने पर जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव इतने नाराज हो गए कि वे बीच में ही पार्टी का कार्यक्रम छोड़कर चले गए। वही आमंत्रण पत्र में नाम ना छापे जाने पर विधायक संजय शुक्ला ने कार्यक्रम का ही बहिष्कार कर दिया।वही नेता देर रात कर दोनों को मनाने मे जुटे रहे।
दरअसल, बुधवार को इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी पंकज सिंघवी के चुनाव कार्यालय के उद्घाटन लेकर एक कार्यक्रम रखा गया था। कार्यक्रम शुरु होता इससे पहले सुबह विधायक संजय शुक्ला नाराज़ हो गए और कार्यक्रम का ही बहिष्कार कर दिया। असल में बात ये थी कि कार्यालय उद्घाटन के आमंत्रण पत्र में शुक्ला का नाम नही लिखा था, जबकी एक नंबर विधानसभा के नेता गोलू अग्निहोत्री का नाम प्रमुखता से छापा गया था। उन्होंने उद्घाटन कार्यक्रम में नहीं जाने का ऐलान किया। साथ ही ब्लॉक अध्यक्षों व समर्थकों से भी कार्यक्रम का बहिष्कार करने को कह दिया। ये बात जब संघवी और शहर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष विनय बाकलीवाल को पता चली तो वे शुक्ला के घर पहुंचे। गुस्साए शुक्ला बोले- जब मैं विधानसभा चुनाव लड़ा तो गोलू ने मुझे अपने घर में भी नहीं आने दिया था। जिसने पार्टी के लिए कोई काम नहीं किया, उसका नाम प्रमुखता से छापा। जबकि कांग्रेस पार्षदों का नाम कार्ड में आना चाहिए था, उन्हें आप लोग भूल गए। संघवी और बाकलीवाल ने शुक्ला को मनाया।
वही जैसे तैसे यह मामला शांत हुआ कार्यक्रम के दौरान अपनी उपेक्षा होने पर शहर जिलाध्यक्ष सदाशिव यादवकार्यक्रम बीच में ही छोड़कर चले गए।पार्टी की कई लोगों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया पर वे नहीं माने। । बताया जा रहा है कि कार्यक्रम में सभी बड़े नेताओं को मंच पर भाषण देने के लिए आमंत्रित किया गया, लेकिन सदाशिव यादव का मंच से नाम तक नहीं लिया गया. वे नाराज होकर कार्यक्रम में मौजूद मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, तुलसी सिलावट, बाला बच्चन और जीतू पटवारी के सामने ही कुर्सी से उठकर रवाना हो गए उन्होंने शहरी नेताओं पर भेदभाव के आरोप भी लगाए।