जबलपुर| मध्यप्रदेश में लोकसभा की 29 में से 28 सीट हारने के बाद भी कांग्रेस प्रत्याशी हार मानने को तैयार नहीं है| कांग्रेस ने एक बार फिर ईवीएम पर सवाल उठाए है, लिहाजा कांग्रेस के 28 उम्मीदवार चुनाव याचिका दायर करने के लिए हाई कोर्ट पहुँचे। कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में आज 14 प्रत्याशियों ने जबलपुर हाई कोर्ट में याचिका दायर की। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने कहा कि प्रदेश सहित देश की भी जनता को यकीन नही हो रहा हैं कि कांग्रेस के प्रत्याशी लोकसभा चुनाव में इतनी बुरी तरह से हारे है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रत्याशी इतने बड़े पैमाने एक लाख-दो लाख-तीन लाख से चुनाँव नही हार सकते है अब तक मतदाता भी कह रहे है कि आखिर ये कैसे हो सकता है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने ईवीएम और वीवीपेट मशीन पर सवाल उठाते हुए कहा इसमे बहुत बड़ी गड़बड़ी है जिसको लेकर इलेक्शन कमीशन से भी शिकायत की गई पर इस पर ध्यान नही दिया गया यही वजह है कि कांग्रेस प्रत्याशियों को आखिरकार हाई कोर्ट की शरण लेना पड़ा क्योकि अब लोकतंत्र खतरे में लग रहा है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री की माने तो चुनाव के समय पहले तो बूथ कैप्चरिंग की जाती थी पर अब तो ईवीएम मशीनें कैप्चर हो रही है यही वजह है कि हाई कोर्ट में याचिका के बाद उम्मीद है कि यहाँ से न्याय मिल सकता है।
कांतिलाल भूरिया ने चुनाँव से ईवीएम मशीने हटाने की भी मांग की है | उनका मानना है कि अगर विश्व मे कही भी ईवीएम मशीनें चुनाव में नही लग रही है तो फिर भारत मे क्यो। उन्होंने कहा कि अगर बैलेट पेपर से चुनाव होते तो कभी भी ऐसी गड़बड़ी नही होती।
इन सीटों के कांग्रेस प्रत्याशी पहुंचे हाई कोर्ट
रतलाम झाबुआ से कांतिलाल भरिया , सीधी अजय सिंह राहुल, सतना- राजा राम त्रिपाठी, ग्वालियर- अशोक सिंह, टीकमगढ़- किरण अहिरवार,बालाघाट- मधु भगत, होशंगाबाद- शैलेंद्र दिवान, मंडला- कमल मरावी, उज्जैन-बाबूलाल, खरगोन गोविंद मुजाल्दा, विदिशा- शैलेंद्र पटेल, दमोह- प्रताप सिंह, सागर- प्रभु सिंह ठाकुर, शहडोल- प्रमिला सिंह