Jabalpur News: हादसे में बाद जागा प्रशासन, होटल और हॉस्पिटलों की फायर सेफ्टी की हुई जांच

अरिहंत पैलेस होटल और शिखर पैलेस में आउटडेटेड सीजफायर टीम को मिले। टीम ने होटल संचालकों को हिदायत देने के साथ ही अपडेटेड सीजफायर होटल में लगाए जाने के निर्देश दिए हैं।

Shashank Baranwal
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Jabalpur News: मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में 25 अप्रैल को बड़ा हादसा हुआ था। वहीं इस हादसे के बाद अब प्रशासन कबाड़खाने के साथ-साथ होटल, अस्पताल और पेट्रोल पंप की फायर सेफ्टी उपकरणों की जांच शुरू कर दी है। जबलपुर नगर निगम की टीम के द्वारा शनिवार को 57 संस्थाओं की जांच की गई। इस दौरान फायर ब्रिगेड की टीम ने रसल चौक स्थित आयुष्मान चिल्ड्रन हॉस्पिटल, शिखर पैलेस होटल, अरिहंत होटल संस्थाओं की जांच की।

दो होटलों को टीम ने दी सख्त हिदायत

अरिहंत पैलेस होटल और शिखर पैलेस में आउटडेटेड सीजफायर टीम को मिले। टीम ने होटल संचालकों को हिदायत देने के साथ ही अपडेटेड सीजफायर होटल में लगाए जाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा फायर सेफ्टी के नए संसाधन होटल में इंस्टॉल कराए, जिससे कि आग लगते समय पूरी सुरक्षा होटल में मौजूद रहे। साथ ही किसी भी प्रकार की जनहानि हादसे के दौरान ना हो।

संचालकों को उपकरणों को अपडेट करने की दी जा रही सलाह

नगर निगम के फायर अधीक्षक कुशाग्र ठाकुर ने बताया कि नगर निगम के द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है। हॉस्पिटल, पेट्रोल पंप और शहर के नगर निगम सीमा के अंतर्गत आने वाले होटलों की जांच फायर ब्रिगेड की टीम के द्वारा की जा रही है। होटल संचालक, अस्पताल संचालक को सेफ्टी उपकरण को अपडेट करने के लिए कहा जा रहा है। अगर समय रहते अस्पताल और होटल संचालक अपने फायर सेफ्टी उपकरण अपडेट नहीं करते हैं तो उन्हें नगर निगम के द्वारा नोटिस देकर कार्रवाई की जाएगी।

जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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