दरअसल, दलित के घर भोजन करने के पहुंचे भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ बीजेपी के मुरैना के जिला अध्यक्ष नरेश पाल भी थे।तभी वहां कांग्रेस के महासचिव रह चुके और वर्तमान में सिंधिया समर्थक हरिओम शर्मा भी आ गए और अंदर जाने की कोशिश करने लगे। नरेश पाल गुप्ता ने हरिओम को रोकने की कोशिश की और इस दौरान दोनों में जमकर बहस हो गई जिसका वीडियो वायरल (VIDEO VIRAL) हो रहा है जिसमें बीजेपी के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर (Lokendra Parashar) दोनों के बीच बीच बचाव करते साफ नजर आ रहे हैं।
दरअसल सिंधिया समर्थकों का दर्द यह है कि उनके समर्थन से चलती सरकार बनने के बावजूद उन्हें संगठन में कोई तवज्जो नहीं मिली गए, जिसके कारण आए दिन उनको सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान इस प्रकार की स्थिति का सामना करना पड़ता है। यह तो जाहिर सी बात है कि अगर कोई पद नहीं होगा तो मंच या किसी कार्यक्रम में प्राथमिकता के तौर पर किसी भी कार्यकर्ता को जगह नहीं मिलती और बीजेपी के संगठन में इस समय सिंधिया समर्थको की उपस्थिति ना के बराबर है।
ताजा वाद विवाद के बाद एक बार फिर सिंधिया समर्थकों में असंतोष बढेगा, इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता और नगरीय निकाय चुनावों (Urban Body Election) के ठीक पहले इस असंतोष को दूर करना प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के लिए अपने आप में एक बड़ी चुनौती होगी।
इस पूरे मामले में सबसे बड़ी विसंगति यह है कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) का संसदीय क्षेत्र होने के कारण मुरैना में उनके समर्थक कार्यकर्ताओं को पार्टी संख्यात्मक तौर पर नजरअंदाज नहीं कर सकती। वही वीडी शर्मा भी मूलत मुरैना के ही रहने वाले हैं और उनके भी काफी समर्थक मुरैना मे हैं। ऐसे में सिंधिया समर्थकों को किस तरह से संगठन में समावेशित किया जाएगा,यह पार्टी के लिए बड़ी चुनौती होगी।
कांग्रेस ने कसा तंज- सिंधिया समर्थकों की बीजेपी में दुर्दशा
एमपी कांग्रेस (MP Congress) ने ट्वीट (Tweet) कर लिखा है कि सिंधिया समर्थकों की बीजेपी में दुर्दशा। मुरैना में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के समर्थक जिला अध्यक्ष योगेश पाल गुप्ता और कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए सिंधिया समर्थक हरिओम शर्मा के बीच तीखी नोकझोंक हुई।सम्मान की तलाश में, पहुँच गये दुर्गति के पास में।