मध्य प्रदेश विधानसभा से नेहरू की तस्वीर हटाने पर विवाद, कांग्रेस ने की निंदा, बीजेपी ने उसे बताया दलित विरोधी

Madhya Pradesh Assembly

Controversy over removal of Nehru portrait from MP Assembly : मध्य प्रदेश विधानसभा से नेहरू की तस्वीर हटाने के बाद इस मुद्दे पर विवाद शुरु हो गया है। यहां नेहरू की तस्वीर हटाकर बाबा साहब अंबेडकर का चित्र लगाया गया है। कांग्रेस ने कहा है कि राष्ट्र निर्माता पंडित जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर हटाने का हम विरोध करते हैं और कड़े शब्दों में इसकी निंदा करते हैं। वहीं बीजेपी ने इसे कांग्रेस का दलित विरोधी चरित्र बताया है।

नेहरू की तस्वीर हटाकर बाबा साहब अंबेडकर का चित्र लगाया

मध्य प्रदेश में सोमवार को 16वीं विधानसभा का सत्र प्रारंभ हुआ और पहले दिन सभी विधायकों ने शपथ ली। लेकिन इसी के साथ एक नए विवाद ने भी जन्म ले लिया। विधानसभा अध्यक्ष की आसंदी के पीछे पहले महात्मा गांधी के साथ देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर लगी थी। लेकिन अब नेहरू की तस्वीर हटाकर वहां संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर लगा दी गई है। इसे लेकर कांग्रेस ने कड़ा विरोध जताया है।

कांग्रेस ने जताया विरोध

कांग्रेस ने कहा है कि ‘मध्य प्रदेश विधानसभा में संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी का चित्र लगाने का हम स्वागत करते हैं। लेकिन राष्ट्र निर्माता पंडित जवाहरलाल नेहरू का चित्र हटाने का हम विरोध करते हैं और कड़े शब्दों में इसकी निंदा करते हैं। अगर भाजपा सरकार की नीयत साफ होती तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और राष्ट्र निर्माता पंडित जवाहरलाल नेहरू के साथ ही संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का चित्र लगा सकती थी। लेकिन स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्र निर्माता का अपमान करना भाजपा का संस्कार है, इसीलिए पंडित नेहरू का चित्र हटाया गया।’

बीजेपी ने कांग्रेस पर जड़ा दलित विरोधी होने का आरोप

वहीं बीजेपी इसे कांग्रेस का दलित विरोधी चेहरा बता रही है। पूर्व मंत्री और विधायक इंदर सिंह परमार ने कहा कि नेहरू का दर्शन भारत के दर्शन से अलग था और उन्होने इसे सनातन राष्ट्र नहीं माना है। वो अपने देश को दूसरे अन्य देशों के समान मानते थे। वहीं बीजेपी मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस का मूल चरित्र ही दलित विरोधी है। उसे नेहरू जी के चित्र हटने से आपत्ति नहीं है बल्कि बाबा साहब का चित्र लगने से है। उन्होने कहा कि स्पष्ट कांग्रेस को बाबा साहब में गोडसे नजर आने लगे हैं और असल में गोडसे का चरित्र कांग्रेसियों में हैं क्योंकि गांधी जी की मूल भावना और विचारों का दमन उन्होने किया है। ये गोडसे के नाम पर अंबेडकरवाद का विरोध कर रहे हैं।


About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

Other Latest News