भोपाल।
राजधानी में कोरोना संक्रमण पुलिस मुख्यालय के साथ साथ गांधी मेडिकल कॉलेज (GMC) में पहुँच गया है। मंगलवार को मध्य प्रदेश आर्थिक अपराध शाखा (EOW) के एक शीर्ष अधिकारी के चालक के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद ईओडब्ल्यू कार्यालय में हड़कंप मच गया है। वहीं संक्रमित ड्राइवर का बेटा पीएचक्यू(PHQ) कार्यालय में कार्य करता है। जिसके बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि दोनों कार्यालय लॉकडाउन मोड(lockdown mode) में चले गए हैं। मंगलवार को भोपाल में जांच के बाद 31 व्यक्तियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव अाई है। जिसके साथ ही अब शहर में कोविद19 मामलों की संख्या 285 पहुंच गई है। जिसमें अबतक कुल 7 लोगों की इस संक्रमण में आने से मौत हो चुकी है। वहीं 35 लोग ठीक हो घर जा चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार ईओडब्ल्यू अधिकारी के ड्राइवर(driver) और उसके परिवार को कवरांटेन किया गया है। साथ ही जो लोग ड्राइवर और उसके बेटे के संपर्क में आए हैं। उनकी भी कोरोना जांच की जा रही है। वहीं इस बीच जीएमसी का छात्रावास में एक बार फिर कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। जहाँ एक पोस्ट ग्रेजुएट(post graduate) छात्र और एक एमबीबीएस इंटर्न(mbbs intern) की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव(corona positive) अाई है। जिसके बाद हॉस्टलर्स(hostelers), किचन स्टाफ(kitchen staff) और सिक्योरिटी गार्ड(security guard) से संपर्क साधने की पहल की गई है। जहां अब उन लोगों की भी जांच की जाएगी। इसी के साथ GMC के नौ डॉक्टरों को कवारांटाइन कर दिया गया है और हॉस्टल मेस, स्टाफ को घर में ही कवारांटाइन कर दिया गया है।
मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य विभाग को अभी तक कोविड19 के लिए चीन की रैपिड टेस्टिंग किट नहीं मिली। जानकारी के मुताबिक 50,000 रैपिड टेस्ट किट का आदेश दिया गया था लेकिन सप्लायर डिलीवरी(supplier delivery) नहीं कर सके। स्वास्थ्य विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि आईसीएमआर(icmr) अधिकृत परीक्षण किट खरीदने के निर्देश जारी किए गए हैं। वहीं मंगलवार को ICMR ने सभी राज्यों को सलाह दी कि किट के दोषपूर्ण होने की रिपोर्ट सामने आने के बाद कोविड19(covid19) के लिए नए रैपिड एंटीबॉडी का उपयोग जांच के लिए न करें।